निसोथ
निसोथ के कई भेद होते हैं -सफेद निसोथ, श्याम निसोथ और लाल निसोथ |
ऑपेर्क्युलीना टर्पेथम Operculina turpethum | |
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in Kawal Wildlife Sanctuary, India. | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | Plantae |
विभाग: | Magnoliophyta |
वर्ग: | Magnoliopsida |
गण: | Solanales |
कुल: | Convolvulaceae |
वंश: | Operculina |
जाति: | O. turpethum |
द्विपद नाम | |
Operculina turpethum (L.) Silva Manso | |
पर्यायवाची[1] | |
Merremia turpethum (L.) Shah & Bhatt. |
सफेद निसोथ
संपादित करेंसफेद निसोथ की बेली जंगल में होती है | इसमें सफेद फूल आते हैं | गोल -गोल फल आते हैं | उनमें चार -चार बीज आते हैं | पत्ते नोक दार गोल होते हैं | इसकी बेली की लकडी में तीन धारें होती हैं | सफेद निसोथ सबसे उत्तम होता है |
काला निसोथ
संपादित करेंकाले निसोथ की भी लता होती है | फूल काला पन लिये बैंगनी रंगा का होता है | पत्ते गोल-गोल नोकदार होते हैं | परंतु फल तथा पत्ते सफेद निसोथ से कुछ छोटे होते हैं | और सब आकार मिलता है |
लाल निसोथ
संपादित करेंलाल निसोथ भी इसी प्रकार का होता है | लालपन लिये पत्ते होते हैं |
रोग नाश
संपादित करेंमात्रा - सफेद निसोथ की 2 मासे से 4|| मासे तक मात्रा है | काले की मात्रा 1से 3 मासे तक है और लाल की 3 मासे से 6 मासे तक मात्रा है | गुण -निसोथ कडुआ, चरपरा, गरम, रेचक, रूक्ष, तीक्ष्ण, तिक्त, रसान्वित और कटु पाकी है | इसका जुलाब हितकारी है | यह मल स्तम्भक, ग्रहणी, उदर, कृमी, कफ, पाण्डु, प्लीहा, ज्वर, पित्त, वात रक्त, उदावर्त, उदावर्त, शोथ तथा कुष्ठ, कण्डु, व्रण, तथा हृदय रोग नाशक है | सफेद निसोथ - रेचक, स्वादिष्ट, गरम, वातनाशक, है | यह सोथ, पीत्त, कफ, ज्वर तथा उदर रोगों को दूर करने वाला है | काला निसोथ - सफेद निसोथ की अपेक्षा हिन गुण वाला किंतु इसमें विरेचन गुण अति तीव्र है तथा मूर्छा, दाह, मद, भ्रांती नाशक एवं कण्ठ उत्कर्षण करने वाला है | लाल निसोथ - मधुर, कसैला, मृदुरेची, रूक्ष, चरपरा है | इससे कफ, संग्रहणी और मल विष्टम्भ का नाश होता है |
विवरण
संपादित करेंनाम -सं --त्रिवृत हिं- निसोत बं-तेरडी म- निशोत्तर, गु-नसोतर, फा- निसोथ, अं- तुरबुद, टरबीथ रूट |
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- ↑ Merremia turpethum, Medicinal Plants of Andhra Pradesh, Part-1, Central Council for Research in Unani Medicine, New Delhi, 1999, pp: 84.