नीलम

रत्न श्रेणी का खनिज, अल्यूमिनियम भस्म (ऑक्साइड)

नीलम एक रत्न श्रेणी का खनिज है। यह अल्यूमिनियम भस्म (ऑक्साइड) (Al2O3) है, जब यह लाल के सिवाय अन्य वर्ण का होता है। नीलम प्रकृति में भी मिलता है, एवं कृत्रिम भी बनाया जाता है। अपनी उल्लेखनीय सख्तता के कारण कई अनुप्रयोगों में प्रयुक्त होता है, जैसे अधोरक्त दृष्टि सम्बन्धी उपकरण, घडी़ के क्रिस्टल, अर्धचालकों की डिपोसीशन हेतु जैसे कि।

नीलम

सामान्य
वर्गखनिज विविध
रासायनिक सूत्रअल्यूमिनियम भस्म, Al2O3
पहचान
वर्णलाल के सिवाय हरेक रंग (लाल माणिक्य है)
क्रिस्टल हैबिटभारी एवं ग्रैन्यूलर
क्रिस्टल प्रणालीट्राईगोनल
क्लीवेजनहीं
फ्रैक्चरकॉन्कॉएडल, स्प्लिन्टरी
मोह्ज़ स्केल सख्तता9.0
चमककाँचमय
रिफ्रैक्टिव इंडेक्स1.762-1.778
ऑप्टिकल गुणAbbe number 72.2
प्लेओक्रोइज्म़प्रबल
स्ट्रीकश्वेत
स्पैसिफिक ग्रैविटी3.95-4.03
फ्यूजि़बिलिटीइनफ्यूजि़बल
घुलनशीलताअघुलनशील
अन्य लक्षणतापीय प्रसार का गुणांक 5e-6–6.6e-6/K

प्राकृतिक नीलम

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नीला नीलम

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यह 422.99-कैरेट का लोगान सैफायर है, जो वाशिंगटन डी सी के राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में सुरक्षित है। यह विश्व का सर्वाधिक बडा़ तराशा हुआ नीला नीलम है।

सुंदर वर्ण के नीलम

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बर्ण बदलता नीलम

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वर्ण बदलता नीलम बाहरी प्रकाश में नीला दिखता है और बल्ब की प्रकाश में पर्पल दिखता है। यह दिन के प्रकाश में गुलाबी (रंग) का एवं प्रतिदीप्त प्रकाश में हरीतिमा के संग दिखाई देता है।

सितारा नीलम

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182 कैरेट (36.4 g) का बम्बई का सितारा, वॉशिंगटन के संग्रहालय में रखा है।

कृत्रिम नीलम

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रजत मुद्रिका में एक सितारा नीलम

ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक सन्दर्भ

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  • नीला नीलम शनि ग्रह से सम्बन्धित है (Wojtilla, 1973), पीला नीलम बृहस्पति से वैदिक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार। इसे संस्कृत में शनिप्रिय भी कहते हैं, जिसे बौद्ध भिक्षु मध्य एशिया ले गए थेजो बिगड़ कर शनिप्रिय से सपिर एवं सैपहाएर या सैफायर बन गया।

नीलम रत्न धारण करने से मन में तीव्रता आती है व्यवहार में बदलाव होने लगता है नीलम धारण करते ही व्यक्ति प्रगति के नए रास्ते पर चलने लगता है read more

साँचा:Jewellery Materials