नौका डूबी (1906) रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखित एक सामाजिक उपन्यास है इस उपन्यास में व्यक्ति के मानसिक समस्याओं और मनोभावों की व्याकुलता को दिखाया गया है उपन्यास में व्यक्ति के अंतर्मन मैं उठती भावनाओं और सामाजिक परिस्थितियों के बीच होने वाली टकरा हट से उत्पन्न त्रास जीवन दशाओं को दिखाया है तथा नारी की विशेष मनोस्थिति का वर्णन है