न्यायशास्त्र
वर्तमान समय में न्यायशास्त्र निम्नलिखित दो अर्थों में प्रयुक्त होता है-
- (१) हिन्दुओं के छः मुख्य दर्शनों में से एक, अर्थात न्याय दर्शन (या, व्यापक रूप से भारतीय न्यायशास्त्र )
- (२) विधिशास्त्र (ज्युरिसप्रुडेन्स)
वर्तमान समय में न्यायशास्त्र निम्नलिखित दो अर्थों में प्रयुक्त होता है-
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