पंचलोह
पंचलोह (शाब्दिक अर्थ = पाँच लोहा ) या पंचधातु एक मिश्रातु है जिसका उपयोग हिन्दू और जैन प्रतिमाओं के निर्माण में किया जाता है। परम्परागत रूप से इसे पवित्र माना जाता है। लम्बे समय तक पंचलोह मूर्तियों का निर्माण एक गुप्त रहस्य बना रहा।
पंचधातु तांबा, चांदी, पारद, टिन और जस्ता का समांगी मिश्रण होता है | किन्तु वर्तमान में शुद्ध अष्ट संस्कारित पारद की अनुपलब्धता के कारण दूसरी धातु का प्रयोग कर लिया जाता है, जोकि पूर्णतया अनुचित है। प्राचीन काल से ही पंचधातुओं से बनी मूर्तियां का ट्रैंड चला आ रहा है | महाभारत काल में भगवान् श्री कृष्ण ने अर्जुन को एक ढाल दी थी जो की एक पंचधातु से बनी थी | मन का भय हो या आत्मविश्वाश में कमी हो पंचधातु की अंगूठी पहनने से समस्या दूर हो सकती है |हर किसी को कामयाव बनना है हर किसी को वो मुकाम हासिल करना है जो वहां पहुंचना चाहते हैं | लोग फिर किसी न किसी एस्ट्रोलॉजर के पास जाते हैं या भगवान् की पूजा स्टार्ट करना शुरू कर देते हैं |हम जब किसी एस्ट्रोलॉजर के पास जाते हैं तो वो हम को बताते हैं की आप इस धातु में स्टोन पहनो |
लेकिन कुछ लोगों को पता नहीं होता की जेमस्टोन्स कैसे काम करता है |शायद आपको नहीं पता हो तो हम आप को बता दें की जब भी हम कोई जेमस्टोन्स पहनते हैं तो कॉस्मिक ऊर्जा होती हैं जो ब्रमाण्डीय शक्ति होती हैं वो जेमस्टोन्स के जरिये हमारे शरीर में धीरे-धीरे बढ़ती रहती है | हर किसी को ग्रहो के हिसाब से जेमस्टोन्स पहनना चाहिए |ग्रहो के आलावा ये बात भी जानना जरूरी होता है की किस धातु में जेमस्टोन्स पहनना चाहिए | वैसे पंचधातु में जेमस्टोन्स पहनना अति शुभ माना जाता है |
पंचधातु पहनेने के फायदे
१. पंचधातु पहनने से हमारे आस-पास जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा फैली हुई है उस सबका नाश करता है |
२ पांच धातु पहनने से जातक के मन में सकारात्मक विचार आते हैं और जातक के प्राणशक्ति को बढ़ाता है |
३. यदि लोग आपसे जलने लगे तो आपको अवश्य पंचधातु की अंगूठी पहनी चाहिए | इसको पहने से इस प्रकार का दोष दूर हो जाता है |
४. यदि जीवन में आपका कोई लक्ष्य नहीं है या अभी तक आपने कोई लक्ष्य निर्धारण नहीं किया है तो आपको निश्चित ही पंचधातु से बनी कोई चीज पहननी चाहिए |
५. पंचधातु पहनने से महालक्ष्मी की कृपा होने लगती है |
६. पंचधातु की अंगूठी अनामिका को छोड़कर किसी भी अंगूठी में धारण कर सकते हैं |
७. पंचधातु में सोना आपको चिकित्सिक गुण प्रदान करता है तो चांदी आपको ठण्ड और गर्मी सहन करने की शक्ति प्रदान करता है | लोहा मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और सीसा स्वयं जहरीला होता है परन्तु पंचधातु में मिलकर बाकी सारे धातुओं के गुणों को बढ़ाता है |
८. जब पंचधातु से बना ताबीज पहनते हैं तो ये पांचों धातु मिलकर असाधारण तरीके से विश्वास,स्वास्थय,सौभाग्य और संवृद्धि में बढ़ोतरी कराते हैं |
पंचधातु पहनने से पहले शुद्धीकरण जरूरी होता है आप अपने मंदिर में पंचधातु रखकर किसी अच्छे दिन का इन्तजार कर पंचधातु से बनी कोई भी चीज पहन सकते हैं|