पद्धारी 16 मात्राओं का छंद हैं इस में लिखे जाने वाले काव्य को पद्धाडिया बंद कहते हैं । चरित काव्यों में प्रत्येक आठ आठ पंक्ति के बाद एक धत्ता होता है जिसे कड़वक छंद कहा जाता है अपभ्रंश में तीन प्रकार के बंद मिलते हैं 1. दोहा बंध 2.पदधडिया बंद 3.गैय पद बंद