पद्म सम्मान भारत सरकार द्वारा शासकीय सेवकों व अन्य भारतीयों को किसी भी क्षेत्र में असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री नामक पद्म सम्मान (पुरस्कार) प्रदान किए जाते हैं। पद्म पुरस्कारों की सिफारिशें राज्य सरकारों/संघ राज्य प्रशासनों, केन्द्रीय मंत्रालयों/विभागों, उत्कृष्टता संस्थानों आदि से प्राप्त की जाती हैं, जिन पर पुरस्कार समिति द्वारा विचार किया जाता है। पुरस्कार समिति की सिफारिश के आधार पर और प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन पद्म सम्मानों की घोषणा की जाती है। परन्तु इस बार सामान्य नागरिकों को ये सम्मान देने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किया गया है।


पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता

संपादित करें

भारतीय समाचार एजेंसी भाषा द्वारा जारी और नई दिल्ली से एक प्रमुख समाचार पत्र नवभारत टाइम्स में प्रकाशित समाचार के अनुसार केन्द्र सरकार के गृह मन्त्रालय ने पद्म पुरस्कार देने की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से आवेदन-पत्र प्रस्तुत करने हेतु संशोधित प्रपत्र जारी किया है। इस प्रपत्र में आवेदक के बारे में मूलभूत सूचनाओं के अलावा कला, खेलकूद, सामाजिक कार्य जैसे क्षेत्रों में उनकी गतिविधियों और सम्बन्धित क्षेत्रों में उनके द्वारा प्राप्त की गयी उपलब्धियों के बारे में आलेख के रूप में जानकारी माँगी गयी है। दो पन्नों का यह आलेख अधिकतम 800 शब्दों में होना चाहिए।[1]

  1. "पद्म पुरस्कारों को और पारदर्शी बनाने की कवायद". नवभारत टाइम्स. अभिगमन तिथि 8 अगस्त 2013.

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें