नाभिकीय ऊर्जा का उपयोग करके वाहन, वायुयान, जलयान या अंतरिक्ष यान को चलाना नाभिक नोदन (न्युक्लियर प्रोपल्सन) कहलाता है। नाभिकीय रिएक्टर से बहुत अधिक न्यूट्रॉन विकिरण बाहर आ सकता है यदि उसे अच्छी तरह शिल्ड न किया जाय। विकिरण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत अधिक शिल्डिंग लगानी पड़ती है जिससे रिएक्टर का आकार बड़ा हो जाता है। अतः नाभिकीय रिएक्टर इतने छोटे नहीं बनाए जा सकते कि उन्हें छोटे वाहनों (जैसे कार, ट्रक) में उपयोग किया जा सके। इस कारण नाभिकीय नोदन का उपयोग बड़े-बड़े जलयानों, पनडुब्बियों में ही हो पाता है।

डेल्टा-२ श्रेणी की नाभिकीय ऊर्जा से चलने वाली एक पनडुब्बी
NERVA नामक न्युक्लियर थर्मल रॉकेट की योजनामूलक डिजाइन