प्रतिदीप्ति
प्रतिदीप्ति (Fluorescence) पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण पदार्थ, अन्य स्रोतों से निकले विकिरण को अवशोषित कर तत्काल ही उत्सर्जित कर देता है। ऐसे पदार्थ को प्रतिदीप्त पदार्थ कहते हैं जिससे प्रकाश का उत्सर्जन उसी समय तक रहता है, अथवा उत्तेजक के हटा लेने के १०-८ सेकंड के अंदर तक रहता है। १०-८ सेकंड का काल एक परमाणु की उत्तेजित अवस्था के एक स्वीकार्य अथवा अनुमत संक्रमण (allowed transition) के जीवनकाल को प्रदर्शित करता है।
परिचय
संपादित करेंतंतुवाले दीपक तथा गैस के मैंटल बत्तीवाले दीपक आदि इस कारण प्रकाश उत्सर्जित करते हैं कि उच्च ताप पर तंतु तथा मैंटल में तापदीप्ति (incandescence) उत्पन्न हो जाती है। पर कुछ अन्य विधियाँ भी हैं जिनसे वस्तुएँ प्रकाश उत्सर्जित कर सकती हैं। उदाहरणस्वरूप, कुछ पदार्थो पर अदृश्य पराबैंगनी किरणों के, अदृश्य कैथोड किरणों के, अदृश्य एक्स किरणों के अथवा अदृश्य रेडियोऐक्टिव विकिरण के पड़ने से वे प्रकाश उत्सर्जित करने लगते हैं। कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं में भी प्रकाश निकलता है। इस सब प्रभावों को प्रकाशसंदीप्ति के लिये प्राथमिक उत्तेजन कई स्रोतों, जैसे प्रकाश, यांत्रिक तनाव, रासायनिक अभिक्रिया, ऊष्मा, विद्युत् ऊर्जा, नाभिकीय विकिरण आदि, से प्राप्त हो सकता है। नाभिकीय विकिरण द्वारा उत्सर्जित संदीप्ति पदार्थो में उत्तेजन तथा आयनीकरण की क्रिया द्वारा होती है।
प्रकृति में कई ऐसे पदार्थ पाए जाते है, जिन पर जब उच्च आवृत्ति या निम्न तरंग दैर्घ्य का प्रकाश (जैसे पराबैगनी प्रकाश) डाला जाता है तो ये उसे अवशोषित कर अंदर से अपेक्षाकृत निचली आवृत्ती या उच्च तरंग दैर्घ्य का प्रकाश उत्सर्जित करते है। उनके द्वारा प्रकाश का उत्सर्जन तभी तक होता है, जब तक उन पर प्रकाश डाला जाता है। इस घटना को ही प्रतिदीप्ति कहते है व ऐसे पदार्थो को प्रतिदीप्ति पदार्थ कहते है |अलग - अलग प्रतिदीप्ति पदार्थ भिन्न - भिन्न तरीको से प्रकाश का उत्सर्जन करते है | फ्लोरस्पार, कुनीन, सल्फेट, युरेनियम ऑक्साइड, बेरियम प्लेटिनो सायनाइड आदि प्रतिदीप्ति पदार्थो के उदहारण है | इन पदार्थो के दैनिक जीवन में कई उपयोग देखने को मिलते है | इनकी सहायता से आँखों से न दिखाई देने वाले विकिरणों जैसे - पराबैगनी किरणे, एक्स किरणे आदि का पता लगाया जाता है | आजकल घरो में प्रयोग की जाने वाली ट्यूब लाईट में भी विभिन्न प्रकार के प्रतिदीप्ति पदार्थो का लेप चढ़ाते है, जिससे उनसे विभिन्न रंगों का प्रकाश उत्सर्जित होता है | ट्यूब की सतह पर कैडमियम बोरेट का लेप चढाने पर वह गुलाबी प्रकाश उत्सर्जित करती है | जिंक सल्फेट का लेप चढाने पर हरे रंग का प्रकाश उत्सर्जित होता है |
इंहें भी देखें
संपादित करें- स्फुरदीप्ति (Phosphorescence)
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Zeiss.com, Interactive Fluorescence Dye and Filter Database Carl Zeiss Interactive Fluorescence Dye and Filter Database.
- ISS.com, Fluorescence Lifetime Standards Tables
- ISS.com, Fluorescence Probes Data Tables
- Fluorescence-Foundation.org
- Fluorophores.org Archived 2012-12-05 at आर्काइव डॉट टुडे, the database of fluorescent dyes
- SHSU.edu, Jablonski diagram
- Wolfram.com, Fluorescence on Scienceworld
- FSU.edu, Basic Concepts in Fluorescence
- Confocal-microscopy.org, Immunofluorescence Protocol
- BBham.ac.uk, An example of use of fluorescence in generating cellular images
- More examples how the fluorescence can be used
- Fluorescence control by Photonic Crystals – ICMM
- The Fluorescent Mineral Society
- Fluorescence in Practice
- "A nano-history of fluorescence" lecture by David Jameson
- Excitation and emission spectra of various fluorescent dyes
- Manawatu Microscopy – first known collaboration environment for Microscopy and Image Analysis featuring Open DataBase of Fluorescent Dyes and Stains and their applications.
- Fluorescence Tutorials
- The Molecular Probes Handbook – a comprehensive resource for fluorescence technology and its applications.