परी चक्र

स्वाभाविक रूप से होने वाली मशरूम की अंगूठी या चाप।

परी चक्र अथवा परी वृत्त (अंग्रेजी:Fairy circles) मुख्यतः दक्षिणी अफ़्रीकी नामीब मरुभूमि के अर्द्ध-शुष्क घास के मैदानों में पाए जाने वाले वृत्ताकार बंजर जमीन के टुकड़े हैं। घास के मैदानों के बीचोबीच निर्मित होने वाले इन बंजर वृत्तों का व्यास 2 से 15 मीटर तक हो सकता है। वर्ष 2014 तक, इस अवघटना को अफ्रीका के इस दक्षिणी मरुस्थलीय भाग तक ही सीमित माना जाता रहा है, लेकिन पारस्थितिकी-विदों द्वारा हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी भाग में स्थित पिलबारा (Pilbara) के रेगिस्तान में भी इस तरह की आकृतियाँ देखे जाने के साक्ष्य उपलब्ध हुये हैं।[1][2]

नामीबिया में फेयरी सर्किल्स

अध्ययनों में यह देखा गया है कि आमतौर पर इन वृत्तों का जीवन चक्र 30 से 60 वर्ष तक का होता है, इसके बाद आसपास की घास इनका अतिक्रमण करके इन्हें समाप्त कर देती है। सामान्यतः ये 2 मीटर व्यास के हो जाने पर परिलक्षित होना शुरू होते हैं और अपनी प्रौढ़ावस्था में इनका व्यास औसतन 12 मीटर तक पहुँच जाता है[3] जिसके बाद इनके आकार में क्रमशः क्षय होने लगता है।

उत्पत्ति

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नामीबिया में एक अकेला फेयरी सर्किल
 
नामीबिया की मारिएन्फ़्लस नामक घाटी में फेयरी सर्किल्स से बना एक भू-दृश्य

इन प्राकृतिक रूप से बनने वाले वृत्तों की उत्पत्ति कैसे होती है यह अभी भी अन्वेषण और वैज्ञानिक चर्चा का विषय है। आरम्भ में इनकी उत्पत्ति के लिए जमीन के अन्दर दीमकों की उपस्थिति को कारण के रूप में देखा गया था, हालाँकि, अब यह सिद्धान्त अमान्य घोषित कर दिया गया। हालाँकि, अभी भी इनके निर्माण के सन्दर्भ में निर्विवादित सिद्धांत का प्रतिपादन नहीं हुआ है।[4][5][6]

स्थानीय हिम्बा लोग (Himba people) इन वृत्तों को दैवी कारणों से उत्पन्न मानते रहे हैं। ये लोग इन्हें देवताओं, आत्माओं या प्राकृतिक दैवी शक्तियों द्वारा निर्मित मानते हैं। इसी इलाके में निवास करने वाली एक अन्य जनजाति सान जनजाति है और सान लोग इन वृत्तों में भी दैवी शक्ति का वास होना मानते हैं।[4]

ये वृत्त स्थानीय पारितंत्र का अभिन्न अंग हैं और स्थानीय जनजातीय लोगों की कृषि और पशुपालन शैली में इन वृत्तों को भी समय के साथ स्थान मिला है। आमतौर पर हिम्बा लोग इनका उपयोग अपने पालतू पशुओं के अल्प-कालिक बाड़े के रूप में करते हैं[6]; घास को साफ़ नहीं करना पड़ता बल्कि वृत्त के चारों ओर बस बाड़ खड़ा कर देना होता है।

  1. "BBC News - Enigma of Namibia's 'fairy circles'". मूल से 1 फ़रवरी 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 मार्च 2017.
  2. सुलीवान, रैचेल (15 मार्च 2016). "Rare 'fairy circles' discovered near Newman in Western Australia" [पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के न्यूमैन में खोजे गये रहस्यमय 'फेयरी सर्किल्स']. ABC News. ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कारपोरेशन. मूल से 15 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 मार्च 2016.
  3. Nuwer, Rachel (28 June 2012). "Mysterious Fairy Circles Are 'Alive'". Wired. मूल से 29 जून 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 June 2012.
  4. "'Fairy circles' of Africa baffle scientists - Telegraph". मूल से 12 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 मार्च 2017.
  5. जुएर्जेंस, नोर्बर्ट (29 मार्च 2013). "The Biological Underpinnings of Namib Desert Fairy Circles". साइंस (जर्नल). मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 मार्च 2017.
  6. विल्फोर्ड, जॉन नोबल (28 मार्च 2013). "African Circle Mystery Solved? Maybe It's Chewing". न्यूयार्क टाइम्स. मूल से 13 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 मार्च 2017.