पुंजक
(पर्वतीय पुंजक से अनुप्रेषित)
भूविज्ञान में पुंजक या मैसिफ़ (massif) किसी ग्रह की भूपर्पटी (क्रस्ट) का ऐसा अंश होता है जिसकी सीमाएँ भ्रंशों या मुड़ावों से स्पष्ट बन गई हों। भूपर्पटी के हिलने पर पुंजक का आंतरिक ढांचा ज्यों-का-त्यों रहता है हालांकि पूरा पूंजक अपने स्थान का बदलाव कर सकता है। कई बड़े पर्वत और पर्वतमालाएँ ऐसे पूंजकों से बनी हुई हैं जो पूरी-की-पूरी पृथ्वी में विवर्तनिकी प्रक्रियाओं में उभर जाती हैं।[1][2]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Allen, 2008, Time scales of tectonic landscapes and their sediment routing systems, Geol. Soc. Lon. Sp. Pub., v. 296, p. 7–28.
- ↑ "शास्त्रीय परिभाषा कोश (The English-Indian Dictionary of Scientific Terminology)," यश्वन्त रामकृष्ण दाते व चिंतामन गणेश कर्वे, वरदा बुक्स, सन् १९४८