पलसदरी, (पहले पलसधरी; मराठी: पळसदरी), मुंबई उपनगरीय रेल के कर्जत -खोपोली खंड पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल और एक रेलवे जंक्शन है। यह कर्जत-लोनावला लाइन पर भी पड़ता है। खोपोली मार्ग पर इससे अगला स्टेशन केलावली है। पलसदरी का नाम "पलास" के पेड़ और "दरी" यानि "दर्रा" (पहाड़ियों के बीच से जाने वाला मार्ग) नामक दो शब्दों के मेल से बना है। यह कर्जत खोपोली राज्य राजमार्ग सं 35 पर स्थित है। पलसदरी में ही प्रसिद्ध पलसदरी बांध स्थित है। पलसदरी में ब्रिटिश राज काल और उससे भी पुराने कई मंदिर उपस्थित हैं।

विशेष रूप से बरसात के मौसम में, मुंबई, पनवेल और नवी मुंबई से बहुत से पर्यटक यहाँ आते हैं। मानसून के दौरान पूरे क्षेत्र के झरने सक्रिय हो जाते हैं और चारों ओर हरियाली छा जाती है। पलसदरी का एक अन्य आकर्षण यहाँ स्थित श्री स्वामी समर्थ महाराज अक्कलकोट का "मठ" है जो एक बहुत ही खूबसूरत जगह पर स्थित है।

पलसदरी को इसकी प्राकृतिक सुंदरता और कठिन रास्तों के लिए जाना जाता है। पहाड़ों पर पैदल यात्रा, पर्यटकों में विशेष रूप से लोकप्रिय है। लेकिन पर्यटकों को इन यात्राओं के दौरान यहाँ की कंटीली झाड़ियों से सावधान रहना चाहिए। यह कंटीली झाड़ियां किसी लापरवाह पथिक के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। पलसदरी में कई स्थान निजी स्वामित्व में हैं और इनसे होकर गुजरना अवैध है।