पल्लु वाली माता
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माताजी के द्वारपाल सादूलाजी का मंदिर
पल्लू में श्री ब्रहमाणी माताजी के मंदिर के पहले माता जी के द्वारपाल श्री सादूला जी का मंदिर बना हुआ है ! इस मंदिर में सादूलाजी की एक सफेद मारबल की मुर्ति लगी हुई है !
धार्मिक मान्यताओ के अनुसार श्री सादूला जी को माँ ब्रहमाणी ने एक श्रेष्ठ पद दिया है!
श्री सादूला जी को माँ ब्रहमाणी से एक वरदान मीला है की जो भी भक्त जन माता जी मंदिर के धोक लगाने और दर्शन करने आते है उनको माता जी दर्शन करने से पहले माता जी के द्वारपाल श्री सादूला जी के मंदिर में धोक लगानी होती और परसाद चढ़ाना होता है !
अगर कोई भी भक्त जन ऐसा नहीं करता है तो उसकी यात्रा सफल नहीं होती है !इसके अलावा यदि कोई भी यात्री जान बूझकर इस नियम को भंग करता है उसको श्री ब्रहमाणी माता जी दण्डित भी कर सकती है !
माता जी मंदिर पुजारीयों को भी इस नियम पालन करना होता है!
माता के सभी भगतजनों से निवेदन है कि माता के मंदिर दर्शन से पहले श्री सादूला जी के मंदिर के धोक जरुर लगायें ! जय माता दी !
आरती का समय :---
सुबह | |
6:00 बजे | : सादुल महाराज जी (श्री ब्रह्माणी माता के द्वारपाल) की आरती |
6:30 बजे | : श्री ब्रह्माणी माता, श्री काली माता और श्री भैंरो जी की आरती |
शाम | |
7:30 बजे | : सादुल महाराज जी (श्री ब्रह्माणी माता के द्वारपाल) की आरती |
8:00 बजे | : श्री ब्रह्माणी माता, श्री काली माता और श्री भैंरो जी की आरती |
ब्रह्माणीऔर माँ काली का भी मन्दिर है जिसका निर्माण काबा भदुस और सरस्व भदुस ने करवाया था।