पश्चिमी चालुक्य वास्तुशैली

पश्चिमी चालुक्य वास्तुशैली (Western Chalukya architecture), जिसे कल्याणी चालुक्य वास्तुशैली (Kalyani Chalukya architecture) भी कहा जाता है, आधुनिक मध्य कर्नाटक के तुंगभद्रा क्षेत्र में 11वीं और 12वीं शताब्दियों में पश्चिमी चालुक्य साम्राज्य के काल में पनपने वाली वास्तु शैली है। उस समय दक्कन पठार पर पश्चिमी चालुक्यों का ज़ोर था।[1]

12वीं शताब्दी में निर्मित डम्बल का दोड्डा बसप्पा मंदिर पश्चिमी चालुक्य वास्तुशैली का उदहारण है

इन्हें भी देखें

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  1. Sinha, Ajay J. (1999). "Indian Temple Architecture: Form and Transformation, the Karṇāṭa Drāviḍa Tradition, 7th to 13th Centuries by Adam Hardy". Artibus Asiae. 58 (3/4): 358–362. JSTOR 3250027. डीओआइ:10.2307/3250027.