पहचान की राजनीति (identity politics) ऐसी राजनैतिक विचारधाराएँ और तर्क होते हैं जो किसी देश, राज्य या अन्य राजनैतिक इकाई के पूर्ण हित को छोड़कर उन समूहों के हितों और परिप्रेक्ष्यों को बढ़ावा देने पर बल दें जिसके लोग सदस्य हों। यह समूह जाति, धर्म, लिंग, विचारधारा, राष्ट्रीयता, संस्कृति, भाषा, इतिहास, व्यवसाय या अन्य किसी लक्षण पर आधारित हो सकते हैं। यह आवश्यक नहीं है कि जिस समूह के सन्दर्भ में पहचान की राजनीति की जा रही है उस समूह के सभी सदस्य ऐसी राजनैतिक गतिविधियों में भागीदार हों या उसका समर्थन करें।[1]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Heyes, Cressida. "Identity Politics". Stanford Encyclopedia of Philosophy. Metaphysics Research Lab, Center for the Study of Language and Information, Stanford University. मूल से 30 अगस्त 2006 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2012-11-11.