पाँचधारी गिलहरी
पाँचधारी गिलहरी गिलहरी परिवार में कृंतक की एक प्रजाति है। कुछ वैज्ञानिक और अधिकारी इसके मुख्यतः दो उप-प्रजातियों की चर्चा करते हैं, यें दो उप-प्रजातियाँ है:- "एफ. पी. पेन्नाती और एफ. पी. ऐरजेंटसेंस"। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़ी वन और कई अन्य ग्रामीण और शहरी आवासों में पाई जाने वाली एक अर्ध-वानस्पतिक प्रजाति है। यह एक व्यापक श्रेणी की एक आम प्रजाति है और अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने इसे अभी खतरे से बाहर की प्रजातियों में रखा है।[1][2][3][4][5]
क्षेत्र
संपादित करेंयह अंडमान द्वीप समूह, निकोबार द्वीप समूह, भारत, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और ईरान में पाया जाता है। भारत में यह शहरी क्षेत्रों में काफ़ी सामान्य है, यहां तक कि दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में भी यह सहज दिख जाते हैं। सर्वप्रथम इसके दो उप-प्रजातियां "फनंबुलस पेन्नेन्ति अरेंजेसेंस और फैंम्बुलस पेन्नेन्ति लुत्सेन्स" रॉबर्ट चार्ल्स व्रॉटन द्वारा सुझाए गए थे किन्तु कुछ विद्वान इन्हें मानने से इंकार करते हैं। विल्सन और रीडर (2005) में थोरिंगटन और हॉफमैन ने इसके दो उप-प्रजातियों के नाम "एफ. पी. पेन्नाती और एफ. पी. ऐरजेंटसेंस" बताए हैं। वहीं घोष एट अल. (2004) में दो अतिरिक्त उप-प्रजातियां वर्णित हैं:- "एफ. पी. छत्तीसगढ़ी और एफ. पी. गैंग्यूट्रियनस", ये दोनों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार, मैसूर, धारवाड़ और नेपाल में पाए जाते हैं।[6][7][8][9] यह ऑस्ट्रेलिया और मोसमान में भी देखें जाते हैं। सबसे अधिक वें वहां वसंत और शरद में दिखते हैं।[10][11]
रहन सहन
संपादित करेंपाँचधारी गिलहरी एक बहुत ही अनुकूल प्रजाति है। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़ी वन के जंगलों से लेकर 4,000 मीटर (13,123 फीट) की ऊंचाई तक के क्षेत्रों में रहते हैं। यह घास के मैदान, ग्रामीण उद्यान और शहरी क्षेत्रों में भी पाए जाते हैं।[1]
स्थिति
संपादित करेंपाँचधारी गिलहरी बहुत ही सामान्य रूप से देखी जा सकती है, साथ ही इस पर किसी प्रकार के खतरें की आशंका अभी नहीं दिखती इसलिए अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने इसे अभी खतरे से बाहर की प्रजातियों में रखा है।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ Nameer, P. O. & S. Molur. (2008). Funambulus pennantii. In: IUCN 2012. IUCN Red List of Threatened Species. Version 2012.2. Downloaded on 03 June 2013.
- ↑ Moore, J.C. and G.H.H. Tate (1965). "A study of the diurnal squirrels, Sciurinae, of the Indian and Indo-Chinese subregions". Fieldiana Zoology. 48: 1–351.
- ↑ Wroughton, R.C. (1905). "The common striped palm squirrel". Journal of the Bombay Natural History Society. 16: 406–413.
- ↑ Thorington, R.W., Jr.; Hoffmann, R.S. (2005). "Family Sciuridae". प्रकाशित Wilson, D.E.; Reeder, D.M (संपा॰). Mammal Species of the World: a taxonomic and geographic reference (3rd संस्करण). The Johns Hopkins University Press. पपृ॰ 754–818. OCLC 26158608. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-8018-8221-4.
- ↑ Thorington, R. W. Jr. and R. S. Hoffman (2005). Family Sciuridae. Pp. 754-818 in Mammal Species of the World a Taxonomic and Geographic Reference. D. E. Wilson and D. M. Reeder eds. Johns Hopkins University Press, Baltimore.
- ↑ Ghose, R. K., Mandal, A. K. and Ghose, P. S. (2004). A contribution to the taxonomy of Indian five striped squirrel Funambulus pennanti, Wroughton), with description of two new subspecies. Rec. zool. Surv. India, 102 (3–4): 89–103
- ↑ Talmale, S.S. (2007). Studies on Small Mammal Diversity in Maharashtra State. PhD. Thesis submitted to University of Pune, Maharashtra State, India.
- ↑ Ellerman, J.R. (1961). The fauna of India including Pakistan, Burma and Ceylon: Mammalia, Rodentia. Volume 3 (in 2 parts). Vol. 1: 1-482 & Vol. 2: 483-884. Second ed. Zoological Survey of India, Calcutta.
- ↑ Srinivasulu C., S. Chakraborty and M.S. Pradhan (2004). "Checklist of the Sciurids (Mammalia: Rodentia: Sciuridae)" (PDF). Zoos' Print Journal. 19 (2): 1351–1360. डीओआइ:10.11609/jott.zpj.19.2.1351-60. मूल (PDF) से 2018-06-03 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2008-09-03.
- ↑ Menkhorst, P.W.; Knight, F. (2011). A field guide to the mammals of Australia (3rd संस्करण). Melbourne: Oxford University Press. पृ॰ 210. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780195573954.
- ↑ Long, J. L. (2003). Introduced Mammals of the World: Their History, Distribution and Influence. Csiro Publishing, Collingwood, Australia. ISBN 9780643099166