पादप संकरण
पादप-संकरण, फसलों की नवीन समुन्नत किस्मों को विकसित करने हेतु किसी फसल की दो भिन्न गुणोंवाली अर्थात, एक कम वांछित गुणोंवाली और दूसरी अपेक्षाकृत अधिक वांछित गुणों वाली, पृथक प्रजातियों के मध्य कृत्रिम पादप प्रजनन कराकर एक सर्वथा नवीन प्रजाति विकसित करने को पादप-संकरण कहते हैं। पादप-संकरण के फलस्वरूप विकसित नवीन समुन्नत फसल किस्म को संकर या हाइब्रिड कहते हैं।