बादबानी (sailboat), जिसे पालनौका (sail+boat) भी कहा जा सकता है, ऐसी नौका होती है जिसे गति देने का प्रमुख साधन एक या अनेक पाल (sail) होते हैं जो पवन पकड़कर नौका को आगे घकेलने का काम करते हैं। औद्योगिक युग से पहले नौकाओं को चलाने का यही प्रमुख साधन था।[1][2]

जर्मनी में कोंस्टेंस झील पर एक बादबानी

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. C. A. Marchaj (2003). Sail Performance: Techniques to Maximize Sail Power (2nd revised ed.). Camden, km9ijh,uimyg0ME: International Marine/McGraw-Hill. ISBN 0-07-141310-3.
  2. "सरिता, अंक २६२-२७१," प्रकाशक: विश्वनाथ, १९६६,, ... इस कपड़े को बादबान या पाल कहते हैं इसी लिए वे नावें बादबानी किस्तियां भी कहलाती थीं जो एकदम हवा की दिक्षा पर निर्भर थीं ...'