पाली बीरसिंहपुर
- मध्य प्रदेश में ही सतना ज़िले में इस से मिलते-जुलते नाम वाले नगर के लिए बीरसिंहपुर का लेख देखें
पाली बीरसिंहपुर (Pali Birsinghpur), जिसे कभी-कभी केवल पाली (Pali) भी कहते हैं,यहां मां बिरासीनी का कल्चुरी कालीन 10 वी सदी का मन्दिर है,जिन्हें मां काली का ही एक रूप माना जाता है, मां बिरासीनी की भव्य प्रतिमा के साथ-साथ भगवान श्री हरिहर की प्रतिमा भी स्थापित है। यहां की अधिकांश आबादी आदिवासी गोंड,बैगा समुदाय निवासरत हैं।बिरसिंहपुर पाली गोंडवाना साम्राज्य के 52 गढ़ 57 परगनो में से एक है।यहां रेल्वे कॉलोनी स्थित रानी मोहल्ला गोंड रानी के नाम पर है,जहां आज भी रानी की बखरी के अवशेष हैं।साथ ही पर्यटन स्थल के रूप में यहां जुहिला नदी पर बना एक बांध है जो कि संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र के द्वारा बिजली बनाने के उद्देश से उपयोग किया जाता है साथ ही हाइडल प्रोजेक्ट भी है।पाली नगर में secl द्वारा संचालित कोल माइंस भी है|भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उमरिया ज़िले में स्थित एक नगर है। [1][2]
पाली बीरसिंहपुर Pali Birsinghpur | |
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निर्देशांक: 23°21′N 81°03′E / 23.35°N 81.05°Eनिर्देशांक: 23°21′N 81°03′E / 23.35°N 81.05°E | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | उमरिया ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 22,324 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293