"पितृकुड़ा[1]" गढ़वाली भाषा में बनी एक फीचर फिल्म है, जो उत्तराखंड की अनोखी परंपरा 'लिंगवास' पर आधारित है। इस फिल्म का निर्देशन और लेखन प्रदीप भंडारी ने किया है।

कहानी: फिल्म 'पितृकुड़ा' उत्तराखंड की पारिवारिक और सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाती है, जिसमें पितृकुड़ा संस्कार की महत्ता को उजागर किया गया है। यह फिल्म परिवार के भावनात्मक रिश्तों और प्रदेश की अद्भुत संस्कृति को सिल्वर स्क्रीन पर प्रस्तुत करती है। [2]

मुख्य कलाकार:

  • राजेश जोशी
  • पदम गुसाईं
  • प्रदीप भंडारी
  • शुभ चंद्रा
  • शिवानी भंडारी
  • सुषमा व्यास
  • कोमल नेगी राणा
  • आयुषी जुयाल
  • बीनीता नेगी

संगीत: फिल्म में मधुर गीत-संगीत का समावेश है, जिसे जितेंद्र पंवार, पदम गुसाईं, संजय कुमोला, प्रीति काला, प्रेरणा भंडारी नेगी, रवि गुसाईं और राजलक्ष्मी ने अपने स्वरों से सजाया है।

रिलीज़: "पितृकुड़ा" 2 फरवरी 2024 को सिनेमा हॉल में रिलीज़ हुई थी।

शूटिंग स्थान: फिल्म की शूटिंग मसूरी, टिहरी, देहरादून, नैनीताल, चोपता आदि रमणीक स्थलों पर की गई है।

प्राप्ति: फिल्म की रिलीज़ के बाद, दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं, और इसे उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाने के लिए सराहा गया है।

ऑनलाइन उपलब्धता: यदि आप फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह यूट्यूब पर उपलब्ध है।

  1. "पर्वतीय बिगुल फिल्म्स द्वारा निर्मित गढ़वाली फिल्म पितृकुड़ा का प्रदर्शन 16 फरवरी से देहरादून के सिल्वर सिटी मल्टीप्लेक्स में किया जाएगा।". https://www.livehindustan.com/. Wed, 14 Feb 2024 03:45 PM. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद); |website= में बाहरी कड़ी (मदद)
  2. "गढवाली फिल्म पितृकुड़ा को देख भावुक हुए दर्शक". Hindustan. अभिगमन तिथि 2024-12-18.