पिशीन
}} पिशीन (پشین, Pishin) पाकिस्तान के पश्चिमी बलोचिस्तान सूबे के पिशीन ज़िले की राजधानी है। यह एक पश्तून बहुसंख्यक इलाक़ा है और यहाँ की आम-बोली पश्तो है। किसी ज़माने में यह अफ़्ग़ानिस्तान का हिस्सा हुआ करता था लेकिन प्रथम ब्रिटिश-अफ़्ग़ान युद्ध के बाद इसे ब्रिटिश हिन्दुस्तान में सम्मिलित कर लिया गया और भारत की आज़ादी और विभाजन के बाद यह पाकिस्तान में आ गया। पिशीन में बहुत गर्मी और सर्दी दोनों पड़ती हैं। गर्मियों में तापमान ४० सेंटीग्रेड से ज्यादा और सर्दियों में शुन्य से कम जाता है। पिशीन शहर इसी नाम की पिशीन वादी में स्थित है, जो एक बहुत ही शुष्क इलाक़ा है। यहाँ कुछ फलों के पेड़ों को छोड़कर बहुत कम वृक्ष हैं।[2]
पिशीन
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शहर | |
निर्देशांक: 30°35′05″N 66°59′41″E / 30.584809°N 66.994775°Eनिर्देशांक: 30°35′05″N 66°59′41″E / 30.584809°N 66.994775°E | |
देश | Pakistan |
प्रांत | बलूचिस्तान |
जिला | पिशिन |
शासन | |
• उपायुक्त | डॉ। यासिर खान बाज़ई |
• सहायक आयुक्त | N/A |
क्षेत्रफल | |
• शहर | 7819 किमी2 (3,019 वर्गमील) |
ऊँचाई | 1555 मी (5,102 फीट) |
अधिकतम उच्चता | 1,700 मी (5,500 फीट) |
निम्नतम उच्चता | 1,400 मी (4,500 फीट) |
जनसंख्या (2017) | |
• शहर | 35,547 |
• घनत्व | 4.5 किमी2 (12 वर्गमील) |
समय मण्डल | PST (यूटीसी+5) |
पिनकोड | 86700 |
डायल कोड | 826[1] |
इतिहास
संपादित करेंपिशिन की स्थापना 1883 में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा की गई थी।[3] इसने एंग्लो-अफगान युद्धों में भूमिका निभाई। क्षेत्र की स्थानीय जनजातियों ने अफगानिस्तान के रास्ते में ब्रिटिश सैन्य काफिलों पर हमला करके अंग्रेजों से लड़ने में अफगानों की सहायता की। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, अंग्रेजों ने जिले में दो एयरबेस बनाए; एक पिशिन शहर के पास और दूसरा सारानान में।
भूगोल
संपादित करेंपिशिन बलूचिस्तान के उत्तर-पश्चिम में,[4] अफगानिस्तान की सीमा के पास स्थित है। 2008 के ज़ियारत भूकंप के झटके कस्बे में महसूस किए गए।
जलवायु
संपादित करेंगर्मियों में तापमान 40°C (104°F) तक पहुँच सकता है। सर्दियों में तापमान शून्य से नीचे तक गिर सकता है।
कृषि
संपादित करेंयह क्षेत्र बलूचिस्तान में फल उत्पादन के लिए जाना जाता है। यह सेब जैसे विभिन्न प्रकार के फलों की आपूर्ति करता है।
जनसांख्यिकी
संपादित करेंपिशिन के मुख्य जातीय समूह पश्तून हैं जो तारेन, सैयद, काकर और अचकजई जनजातियों से संबंधित हैं। शहर में अधिकांश आबादी तारेन और काकर जनजातियों की है।
परिवहन
संपादित करेंपरिवहन अधिकतर कार या बस द्वारा होता है। यह शहर क्वेटा, खानोज़ाई, बारशोर और सरनान से जुड़ता है। 1883 में, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के शहरों को जोड़ने के लिए एक प्रमुख रेलवे और सड़क का निर्माण किया गया था।
उल्लेखनीय लोग
संपादित करें- काजी मुहम्मद एसा, पाकिस्तान आंदोलन के वरिष्ठ नेता और कायद-ए-आज़म के करीबी सहयोगी
- जेनिफर मूसा, राजनीतिज्ञ और महिला सामाजिक कार्यकर्ता
- जहांगीर अशरफ काजी, राजनयिक, संयुक्त राज्य अमेरिका में पूर्व पाकिस्तानी राजदूत
- काजी फ़ैज़ ईसा, पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
- सुल्तान गोल्डन, मोटरसाइकिल स्टंटमैन
- हसीबुल्लाह खान, क्रिकेटर
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "National Dialing Codes". PTCL. मूल से 9 November 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 February 2022.
- ↑ Report of the annual meeting, British Association for the Advancement of Science, J. Murray, 1879, ... The valley of Pishin is a perfectly open, nearly flat alluvial plain, with a very barren aspect owing to the absence of trees, except fruit trees in a few gardens ...
- ↑ "Pshin". Encyclopædia Britannica. Encyclopædia Britannica Online. Encyclopædia Britannica Inc., 2015. Web. 02 Apr. 2015.
- ↑ "Location of Pshin – Falling Rain Genomics". अभिगमन तिथि 9 November 2014.[मृत कड़ियाँ]