पिस्तौल ऑटो 9मिमी 1ए
पिस्तौल ऑटो 9मिमी 1ए (Pistol Auto 9mm 1A) अथवा आईओएफ 9मिमी पिस्तौल (IOF 9mm pistol) एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल है जिसे राइफल फैक्टरी ईशापुर (पश्चिम बंगाल में स्थित) द्वारा निर्मित किया जाता है।[3] यह पिस्तौल ब्राउनिंग हाई-पावर का लाइसेंस प्राप्त एक कॉपी है, जिसे जॉन इंग्लिस एंड कंपनी के उपकरणों का उपयोग करके बनाया गया है। यह भारतीय सैन्य और पुलिस इकाइयों का मुख्य सेवा पिस्टल है।[4][5] पिस्टल ऑटो 9मिमी 1ए अपनी विश्वसनीयता और प्रभावशीलता के कारण भारतीय सैन्य और पुलिस बलों में उपयोग में लिया जाता है।
पिस्तौल ऑटो 9 मिमी 1ए | |
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प्रकार | अर्ध-स्वचालित पिस्तौल |
उत्पत्ति का मूल स्थान | भारत |
सेवा इतिहास | |
सेवा में | 1981–अब तक |
द्वारा प्रयोग किया | उपयोगकर्ता देखें। |
उत्पादन इतिहास | |
डिज़ाइनर | जॉन ब्राउनिंग ड्युडोने सेव |
डिज़ाइन किया | 1973 |
निर्माता | राइफल फैक्ट्री इशापूर |
उत्पादन तिथि | 1977 - वर्तमान |
निर्माणित संख्या | 12,000 (2012)[1] 650,000 (2014)[2] |
निर्दिष्टीकरण | |
कारतूस | 9×19मिमी परबेलूम |
कैलिबर | 9 मिमी |
कार्रवाई | लघु रिकॉइल ऑपरेशन |
आग की दर | अर्ध-स्वचालित |
थूथन वेग | 396 मी/से (1,300 फुट/सेकंड) |
दूरी जहाँ तक अस्त्र मार कर सके | 200 मी॰ (220 गज़) |
अधिकतम सीमा | 200 मी |
फ़ीड करने के लिए प्रणाली | 13-राउंड वियोज्य बॉक्स |
आकर्षण | लोहे के स्थान |
इतिहास
संपादित करेंवर्ष 1971 में इसे बनाने के लिए शुरुआती कार्यों की स्थापना की गई थी। इस पिस्तौल का पहला नमूना सन 1977 में निर्मित हुआ, जबकि बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन वर्ष 1981 में शुरू हुआ।[6][7] पिस्टल ऑटो 9 mm 1ए एक विशेष और व्यक्तिगत सेवा हथियार है जो अर्ध-स्वचालित फायर के लिए सक्षम है। यह एक रिकॉइल संचालित, मैगजीन से लोड होने वाली पिस्टल है जिसमें ब्रीच फायरिंग के समय पूरी तरह से लॉक हो जाता है। यह पूरी तरह से स्वचालित नहीं है, इसका ट्रिगर हर शॉट के लिए दबाना और छोड़ना होता है। जब सभी कारतूस फायर हो जाते हैं और मैगजीन खाली हो जाती है, तो मैकेनिज्म स्लाइड की क्रिया द्वारा खुली स्थिति में रहता है।[8]
विशेषतायें
संपादित करें- कैलिबर: 9मिली मीटर
- वजन (खाली मैगजीन के साथ): 0.935 किलोग्राम
- वजन (भरी हुई मैगजीन के साथ): 1.075 किलोग्राम
- कुल लंबाई: 205 मिमी
- बैरल की लंबाई: 120 मिमी
- मैगजीन क्षमता: 13 राउंड
- उपयोग किया जाने वाला गोला-बारूद: कार्ट्रिज SA बॉल 9 मिमी MK.2z (पैराबेलम)
- राइफलिंग: 6 ग्रूव, 1 टर्न इन 254 मिमी, R.H.
- मजल वेग: 396.23 मी/सेकंड
- कंपोनेंट की संख्या: 54
- रेंज: 50 मीटर[8]
डिजाइन व कार्यप्रणाली
संपादित करेंपिस्टल ऑटो 9मिमी 1ए का डिजाइन इसे उपयोगकर्ता के लिए सुरक्षित और प्रभावी बनाता है।[9] इसका रिकॉइल संचालित मैकेनिज्म और मजबूत ब्रीच लॉक सिस्टम यह प्रदर्शित करता है कि फायरिंग के समय पिस्टल बिना हिले - डूले स्थिर और सटीक रहे। इसका स्व-लोडिंग फीचर इसे उपयोग में आसान बनाता है, जबकि 13 राउंड की मैगजीन क्षमता इसे अधिक गोलाबारी क्षमता प्रदान करती है।[8]
उपयोगकर्ता
संपादित करेंभारत: यह भारतीय सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा सेवा हथियार के रूप में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।[10]
- पश्चिम बंगाल पुलिस: 500 पिस्टल।[11]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Manufacturing of Small Weapons". मूल से 2023-09-29 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2024-08-22.
- ↑ "Resource Library | Small Arms Survey" (PDF). मूल (PDF) से 2020-02-15 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-02-24.
- ↑ "PISTOL AUTO 9 mm 1A". www.rfi.gov.in. मूल से 2013-12-19 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-10-23.
- ↑ वर्मा, भरत (2013). Indian Defence Review Oct-Dec Vol. 28.4 (अंग्रेज़ी में). लेंसर पब्लिशर्स एलएलसी. पृ॰ 25. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788170621348. मूल से 2022-09-04 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-12-16.
- ↑ ज़ेबेकी, डेविड टी॰ (2015-05-01). World War II in Europe: An Encyclopedia (अंग्रेज़ी में). रूटलेज. पृ॰ 1009. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-135-81249-2. मूल से 2023-04-22 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2022-03-11.
- ↑ "Milestones". rfi.gov.in. मूल से 19 दिसम्बर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 नवम्बर 2013.
- ↑ "History". rfi.nic.in. मूल से 7 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 नवम्बर 2013.
- ↑ अ आ इ "PISTOL AUTO 9 MM 1A WITH CES ITEMS | Directorate of Ordnance (Coordination and Services) | Government of India". ddpdoo.gov.in. अभिगमन तिथि 2024-07-04.
- ↑ EXPRESSION OF INTEREST: 9mm PISTOL Archived 2019-10-29 at the वेबैक मशीन
- ↑ शर्मा, मनिमुग्धा. "All the President's horsemen". द टाइम्स ऑफ़ इंडिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 2018-10-21 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-05-02.
- ↑ Gupta, Jayanta. "Excalibur muscle for Bengal police". The Times of India (अंग्रेज़ी में). मूल से 2017-12-22 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-05-02.
- ↑ "Legacies of War in the Company of Peace: Firearms in Nepal" (PDF). जिनेवा: स्मॉल आर्म्स सर्वे. मई 2013. पृ॰ 5. मूल (PDF) से 8 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 सितम्बर 2016.