पुण्ड्रवर्धन प्राचीन काल में उत्तरी बंगाल का एक क्षेत्र था जिसमें पुण्ड्र लोग रहते थे। पुण्ड्र एक अनार्य जाति थी। पुंड्रवर्धन का उल्लेख गुप्तकालीन अभिलेखों में हुआ है। इन अभिलेखों से ज्ञात होता है कि गुप्त साम्राज्य में एक पुंड्रवर्धन नामक भुक्ति थी, जो प्रदेश के अंतर्गत आती थी। ताम्रपत्र लेखों से ज्ञात होता है कि उत्तरी बंगाल पुंड्रवर्धन भुक्ति में सम्मिलित

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