पुन–ते–पाप कश्मीरी भाषा के विख्यात साहित्यकार गुलाम नबी गौहर द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1988 में कश्मीरी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

पुन–ते–पाप  
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पुन–ते–पाप
लेखक गुलाम नबी गौहर
देश भारत
भाषा कश्मीरी भाषा