पुलिन्दा पुल या ट्रस ब्रिज वो पुल होते हैं जिनके अन्दर खिचाव और तनाव बल के रूप में लगते है। ये सबसे पुराने पुलों में आते हैं। इन पुलों का आरम्भ १९वीं व २० वीं सदी हुआ था। इन पुलों को बनाने में कम खर्च और बनाने की सामग्री सहजता से मिल जाती है।

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इन पुलों में वर्टिकल मॅम्बर्ज़ (सीधे खड़े हुआ) और लोवर हॉरिज़ॉण्टल मॅम्बर्ज़ (समतल) पर खिचाव लगता है।