पूर्ववर्ती प्रतिरुप नदी तथा उसकी सहायक धाराओं द्वारा निर्मित जल प्रवाह की विशेष व्यवस्था या अपवाह तंत्र है।

नदियों का निर्माण पहले व स्थल खंड का उत्थान बाद में अर्थात नदियों का निर्माण स्थल खंड के उत्थान से पहले हो जाता है तथा नदियों के निर्माण के बाद स्थलीय भाग धीरे-धीरे ऊपर उठता है नदियां इस स्थलीय भाग को काटकर महा खंड या गार्ज का निर्माण कर प्रवाहित होती है उदाहरण =हिमालय की नदियां....