यह उत्तर प्रदेश की प्रमुख नहर हैं। जो उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की बेहट तहसील के परगना फैजाबाद गांव मे स्थित हथनीकुण्ड़ बैराज के बायें किनारे से निकली गयी है | हथनीकुण्ड़ बैराज यमुना नदी पर बना है .यह बैराज चार राज्यो की सीमा पर स्थित है .हरियाणा हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड़ उत्तर प्रदेश . इस नहर पर बाबैल बुजुर्ग व बेलका माफी नाम के गांवों में दो लघु बिजलीघर बने है.यह नहर उत्तर प्रदेश की सबसे प्राचीन नहर है(1830).

भौगोलिक स्थिति

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पूर्वी यमुना नहर उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर की बेहट तहसील के परगना फैजाबाद नामक गांव मे यमुना नदी पर बने हथनी कुंड़ बैराज के बाऐ किनारे से निकली है।

== स्रोत स्थल == पूर्वी यमुना नहर हथिनी कुंड बैराज से निकलती हैं ,जो बेहट तहसील का एक गांव फैज़ाबाद में स्थित है और उत्तर प्रदेश व हरियाणा का बार्डर भी है

लम्बाई (किलोमीटर में)

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1440 किलोमीटर राजबाहो वो गूलों सहित

नदी परियोजना

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== सिंचाई उपलब्धता == यह नहर सहारनपुर शामली मेरठ मुजफ्फरनगर बागपत आदि जिलों की हजारों हैक्टर भूमि सींचती हुए दिल्ली में यमुना नदी में मिल जाती हैं। लेकिन आजकल भ्रष्टाचार के चलते अधिकारीयों की मनमानी से इसका पानी शामली से आगे नहीं छोड़ा जाता है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर बार बार शिकायत करने से कोई समाधान नहीं होता।