पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय
केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना 19 जुलाई 1973 को भारतीय संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई
(पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय से अनुप्रेषित)
पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय भारत का एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय[1] है। विश्वविद्यालय की स्थापना संसदीय अधिनियम के तहत की गई जिसे १९ जुलाई १९७३ को अधिसूचित किया गया।[2] विश्वविद्यालय का मुख्य कार्यालय एवं स्थाई परिसर शिलांग है तथा दूसरा परिसर तुरा में स्थित है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत ८ अध्ययन संकाय हैं, जिनके अंतर्गत ३४ विभाग एवं २ अध्ययन केंद्र हैं।[3] ६६ महाविद्यालय भी इसके अंतर्गत अंगीभूत किये गये हैं।[4]
पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय | |
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नेहू नया परिसर, मावलाई, शिलांग | |
स्थापित | १९ जुलाई १९७३ |
प्रकार: | सार्वजनिक |
मान्यता/सम्बन्धता: | यूजीसी |
कुलाधिपति: | प्रो॰ एम.जी.के. मेनन |
कुलपति: | प्रो॰ अमर नाथ राय |
अध्यक्ष: | रणजीत शेखर मूशाहरी |
अवस्थिति: | शिलांग, मेघालय, भारत |
परिसर: | शहरी |
जालपृष्ठ: | www.nehu.ac.in |
संकाय
संपादित करें- अर्थशास्त्र, प्रबंधन और सूचना विज्ञान संकाय
- शिक्षा संकाय
- मानव और पर्यावरण विज्ञान संकाय
- मानविकी संकाय
- जीवविज्ञान संकाय
- भौतिक विज्ञान संकाय
- सामाजिक विज्ञान संकाय
- प्रौद्योगिकी संकाय
देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की सूची". मूल से 14 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2012.
- ↑ "विश्वविद्यालय का परिचय". मूल से 28 जुलाई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2012.
- ↑ "पृष्ठ क्रमाँक ३ विश्वविद्यालय विवरण - पुस्तिका" (PDF). मूल (PDF) से 13 अगस्त 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2012.
- ↑ "पृष्ठ क्रमाँक ४ विश्वविद्यालय विवरण - पुस्तिका" (PDF). मूल (PDF) से 13 अगस्त 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2012.