पैडमैन
पैडमैन 9 फरवरी 2018 को रिलीज हुई भारतीय हिंदी जीवनी कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है जिसमें मुख्य भूमिकाओं में अक्षय कुमार, सोनम कपूर और राधिका आप्टे हैं।[4][5] अमिताभ बच्चन विशेष भूमिका निभाएंगे। यह फिल्म अरुणाचलम मुरुगनथम की वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है, जिन्होंने कम लागत वाले सैनिटरी पैड बनाने की मशीन का आविष्कार किया था। मुरुगनानथम ने एक ऐसी मशीन का निर्माण किया था जो सैनिटरी नैपकिन्स सस्ते दाम में उत्पादित करती थी। उनको इस आविष्कार के लिए पदम श्री से भी नवाजा गया था। ट्विंकल खन्ना भी इस फिल्म को प्रोडूस और निर्देशित कर रही है। ट्विंकल खन्ना की दूसरी किताब ‘डा लेजेंड ऑफ़ लक्ष्मी प्रसाद’ का आखिरी अध्याय इसी फिल्म से जुड़ा हुआ है।[6]
पैडमैन | |
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थियेटर रिलीज़ पोस्टर | |
निर्देशक | आर. बल्कि |
लेखक |
आर. बल्कि स्वानंद किरकिरे (सह-लेखक) |
निर्माता |
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अभिनेता |
अक्षय कुमार सोनम कपूर राधिका आपटे |
कथावाचक | अमिताभ बच्चन |
छायाकार | पी.सी. श्रीराम |
संपादक | चन्दन अरोरा |
संगीतकार | अमित त्रिवेदी |
निर्माण कंपनियां |
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वितरक | सोनी पिक्चर्स रिलीज़िंग |
प्रदर्शन तिथियाँ |
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लम्बाई |
140 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लागत | ₹90 करोड़[2] |
कुल कारोबार | ₹150.00 करोड़[3] |
पात्र
संपादित करें- अक्षय कुमार -लक्ष्मीकांत चौहान
- राधिका आप्टे - गायत्री चौहान
- सोनम कपूर - परी वालिया
- अमिताभ बच्चन
कहानी
संपादित करेंकहानी की शुरुआत लक्ष्मी (अक्षय कुमार) और गायत्री (राधिका आप्टे) के विवाह से शुरू होती है जो कि एक खुशहाल और भाग्यशाली दंपति हैं। लक्ष्मी अपनी पत्नी को बेहद प्यार करता था और उसके लिए कुछ भी करने को तैयार था। मासिक धर्म को लेकर गांव में एक रूढ़िवादी सोच के चलते उस दौरान गायत्री को घर का काम-काज नहीं करने दिया जाता था और उस पांच दिन के दौरान उसे अपने पति से अलग बाहर दूसरे बिस्तर पर सोना पड़ता था। गांव के युवाओं के द्वारा इसे 'औरतों का पांच दिन का टेस्ट मैच' भी कहा गया जिसके विषय में लक्ष्मी बिल्कुल अनभिज्ञ था, लक्ष्मी इस पर शांत था लेकिन माहवारी के दौरान जब वह अपनी पत्नी गायत्री को फटे-पुराने गंदे कपडे इस्तेमाल करते हुए देखता तो उसे अच्छा नहीं लगता और वह परेशान हो जाता है।इस विषय पर जब वह गायत्री से बात करता तो वह कहती हैं कि इसका मर्दों से कोई लेना-देना नहीं है और एक मर्द होने के नाते उसे औरतों के विषय में दखल देने की कोई जरूरत नहीं है, वे उनका मामला है वे खुद इससे निपटा लेंगी। इन सबके बावजूद भी लक्ष्मी को रहा नहीं गया और वो मेडिकल स्टोर पर जाकर ₹55 का एक सैनिटरी नैपकिन अपनी पत्नी के लिए लाता है। जब लक्ष्मी उसे लेकर घर जाता है और उसे गायत्री के हाथों में देता है , तो गायत्री उसे समझाती है और उसे मना करती है कि प्रत्येक माह वह इतने महंगे पैड का इस्तेमाल नहीं कर सकती है। लक्ष्मी उसे वापस नहीं करता है। वह मायूस होकर वापस अपने काम पर लौटता है जहां एक कारीगर को चोट लग जाती है
लक्ष्मी बिना कुछ सोचे-समझे उसकी चोट पर सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करता है ताकि रक्त प्रवाह कम हो सके। वहीं दूसरी ओर अन्य लोग इसे 'अपवित्र' मानते हैं। इसके बाद लक्ष्मी तुरंत उस कारीगर को अस्पताल ले जाता हैं जहां डॉक्टर लक्ष्मी को शाबाशी देते हैं और कहते हैं कि रक्तस्राव रोकने के लिए सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल एक बेहतर विकल्प है। लक्ष्मी बहुत खुश होता है और उसे एक उपाय सूझता है। फिर वह कुछ रूई , कपड़े और गोंद अपने दोस्त से लेता है ताकि वह अल्पकालीन पैड बनाने सके जो ज्यादा महंगा भी न हो। अपने द्वारा बनाए गए इस पैड को वह गायत्री को प्रयोग करने के लिए देता है। लेकिन लक्ष्मी का यह प्लान असफल होता है, जिसके कारण रात में गायत्री के कपड़े खराब हो जाते हैं और वो रात भर अपनी साड़ी धुलकर उसका दाग मिटाने की कोशिश करती है। गायत्री एक बार फिर लक्ष्मी को औरतों के मामले में दखल न देने को कहती हैं। लक्ष्मी उसकी बातों पर ध्यान नहीं देता है और वह चोरी-छिपे अपनी पड़ोस की एक लड़की को अपनी बनायी हुई पैड इस्तेमाल करने को देता है, जो कि फिर एक लोकापवाद का कारण बनता है। फिर उसकी मुलाकात एक मेडिकल की छात्रा से होती है, जो कि लक्ष्मी द्वारा बनाए गए पैड को इस्तेमाल कर उसकी मदद करने को तैयार हो जाती है, लेकिन उस छात्रा के दोस्त इससे इंकार कर देते हैं। लक्ष्मी उसे छात्रा से दोबारा मिलता है ये पता लगाने के लिए कि उसका पैड अपना काम रहा है या नहीं? लेकिन इन दोनों की मुलाकात को लक्ष्मी की एक करीबी रिश्तेदार देख लेती हैं, जिसके बाद से गायत्री को लगता है कि लक्ष्मी का किसी अन्य महिला के साथ गैर-संबंध चल रहा है। लक्ष्मी रक्षाबंधन के अवसर पर अपनी बहन को उपहार स्वरूप सैनिटरी पैड भेंट में देता है, जिसके कारण उसकी बहन को अपने सास-ससुर के सामने शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ता है।इन सभी घटनाओं के बाद गायत्री लक्ष्मी को अपनी कसम देती है और कहती है कि वह अपने इस काम में किसी को भी शामिल नहीं करेगा। लक्ष्मी इससे बाहर नहीं आ पाता है। गायत्री के लाख मना करने के बावजूद वो फिर कोई दूसरी तकनीक ढूंढता है और वह निश्चित करता है कि वह इसका प्रयोग स्वंय पर करेगा। वह अपने दोस्त से बकरी का खून लेता है और उसे एक गुब्बारे में भरकर उसमें पंप जोड़ता है और फिर अपने ऊपर पैड का प्रयोग करता है। लेकिन एक बार फिर उसकी ये योजना असफल होती है और सार्वजनिक स्थल में उसका पैंट खून से लथपथ हो जाता है। इस घटना के बाद गांव के लोग उसे पागल घोषित करते हैं जो समाज में रहने लायक नहीं है। इन सभी कारणों से गायत्री का भाई उसे लक्ष्मी से दूर ले जाता है और फिर लक्ष्मी गांव छोड़ने का निश्चय करता है ताकि वह इन सबसे लड़कर मासिक धर्म जैसे कलंक को मिटा सके । लक्ष्मी फिर एक कालेज में दाखिला लेता है ताकि उसे सैनिटरी पैड्स में इस्तेमाल किए गये चीजों का पता लग सके। खाने-पीने, रहने और पैसों की आवश्यकताओं के कारण वह एक प्रोफेसर के यहां काम करने लगता है ताकि उसकी रोज़मर्रा की जरूरतें पूरी हो सके। प्रोफेसर का बेटा इंटरनेट की सहायता से सोनिटरी पैड से जुड़ी हर एक जानकारी एकत्रित कर लक्ष्मी की मदद करता है।वो एक इंटरनेशनल कंपनी के जरिए कुछ सेलल्यूलोज फाइबर जो कि पैड बनाने में इस्तेमाल होता है उसे लक्ष्मी के लिए मंगाता है।लक्ष्मी द्वारा किए गए इस कार्य से प्रोफेसर बहुत नाराज़ होता है और करोड़ों के लागत से बने पैड्स बनाने वाली मशीन के वीडियो लक्ष्मी को दिखाता है ताकि वह इसे बनाने से पीछे हट जाये।इन सबके बावजूद लक्ष्मी अपनी ही मशीन से पैड बनाने का निश्चय करता है। वो कुछ पैसे उधार लेता है और एक आदर्श सैनिटरी पैड के जैसे बिल्कुल पैड्स बनाता है लेकिन उसे इस्तेमाल कर बताने के लिए उसके पास कोई नहीं होता। अचानक उसकी मुलाकात परी (सोनम कपूर) से होती है, जिसे पैड की जरूरत होती है।ज्यादा रात होने के कारण मेडिकल की दुकानें भी बंद होती है और फिर लक्ष्मी उसे अपने हाथों से बनाए हुए पैड देता है। अगले दिन लक्ष्मी परी के पास जाता है और परी से पैड के विषय में पूछता है। परी चौंकती है और बताती है कि वह बिल्कुल एक साधारण पैड के जैसे ही था। यह सुनकर लक्ष्मी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं होता है और वो इस खुशखबरी को बताने के लिए गायत्री के पास फोन करता है। गायत्री फिर इसे लेकर परेशान हो जाती है और उसका भाई गायत्री को लक्ष्मी से तलाक लेने की बात कर उससे दूर रहने को कहता है। लक्ष्मी के इस अद्भुत अविष्कार के लिए परी उसे आईआईटी-दिल्ली में लगे नवोउत्पाद मेले का न्योता भेजती है और बताती है कि जीतने वाले को₹2,00,000 का इनाम भी मिलेगा। लक्ष्मी को " जीवन बदलने के नये अविष्कार" के शीर्षक से सम्मानित किया जाता है, और शुभकामनाएं दी जाती है। वह अपनी प्रसिद्धता को छोड़ , बड़ी लगन से इतने सस्ते पैड्स को ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाने की कोशिश करता है जिसमें परी उसकी सहायता करती है। परी के साथ-साथ गांव की अन्य महिलाएं भी इस मिशन से जुड़ने लगती हैं , उन्हें रोजगार मिलता है। 'परी' के नाम से लक्ष्मी अपने निर्मित पैड्स को एक ब्रैंड का नाम देता है। पैड बनाने के कार्य को लक्ष्मी और भी आगे बढ़ाता है। इस साहसिक मिशन के लिए उसे न्यूयॉर्क से यूनिसेफ का न्योता आता है जहां वो अपना भाषण देता है ' जब औरतें मजबूत होंगी तभी देश मजबूत होगा' । घर वापस आने के बाद उसे पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। परी को लक्ष्मी से प्यार हो जाता है लेकिन लक्ष्मी की खुशी के लिए वह अपने जज्बात को त्याग देती है। एक हीरो के भांति लक्ष्मी का स्वागत उसके गांव में होता है। फिल्म के आखिरी में लक्ष्मी और गायत्री फिर से एक हो जाते हैं लक्ष्मी के साथ बिताए यादगार पलों को संजोकर परी उससे दूर चली जाती है।
फिल्म शूटिंग
संपादित करेंफिल्म की प्रमुख फोटोग्राफी अप्रैल 2017 में दिल्ली में शुरू हुई। महेश्वर में फिल्म 'पैडमैन' की शूटिंग हुई।[7]
राजस्थान सरकार ने 2022 के महिला दिवस पर जयपुर के राज मंदिर सिनेमा में पैडमैन मूवी को निशुल्क दिखाने का निर्णय किया है। [8]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Akshay Kumar's Pad Man to now release on January 25". Deccan Chronicle. 5 January 2018. मूल से 12 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 January 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 जून 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 फ़रवरी 2018.
- ↑ Hungama, Bollywood (20 march 2018). "Box Office: Worldwide collections and day wise breakup of Akshay Kumar's Pad Man - Bollywood Hungama". मूल से 12 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 march 2018.
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में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद) - ↑ "अक्षय-सोनम ने ली क्लास बताई पैड की उपयोगिता". मूल से 5 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
- ↑ "पैडमैन(2018) - कहानी, कलाकार वर्ग, झलकी". BookMyShow. मूल से 16 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 फ़रवरी 2018.
- ↑ "बिना अनुमति बनी झोपड़ी में रात में पैडमैन की शूटिंग". मूल से 5 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
- ↑ "राजस्थान सरकार ने 2022 के महिला दिवस पर जयपुर के राज मंदिर सिनेमा में पैडमैन मूवी को निशुल्क दिखाने का निर्णय किया है।".