पैरामाउंट पिक्चर्स

अमेरिकी फिल्म स्टुडियो

पैरामाउंट पिक्चर्स कॉर्पोरेशन (अंग्रेज़ी: Paramount Pictures Corporation) एक अमेरिकी फ़िल्म निर्माता कंपनी है। ये कंपनी हॉलीवुड कैलिफोर्निया में स्थित है, जो विश्व की पाँचवीं सबसे पुरानी और अमेरिका की दूसरी सबसे पुरानी फिल्म स्टुडियो कंपनी है। 2014 में इसने अपने सभी फिल्मों को केवल डिजिटल रूप में ही दिखाया और पहली ऐसी कंपनी बन गई, जो केवल डिजिटल रूप में फिल्मों का वितरण करती है।

पैरामाउंट पिक्चर्स
उद्योगफ़िल्म, फिल्मांकन Edit this on Wikidata
स्थापितलॉस एंजेलिस, संयुक्त राज्य अमेरिका[1] Edit this on Wikidata 8 मई 1912 Edit this on Wikidata
स्थापकAdolph Zukor Edit this on Wikidata
भाग्यसक्रिय
मुख्यालय,
उत्पादफ़िल्म Edit this on Wikidata
मालिकवायकॉम Edit this on Wikidata
मूल कंपनीवायकॉमसीबीएस Edit this on Wikidata
प्रभागमनोरंजन Edit this on Wikidata
वेबसाइटhttps://www.paramountpictures.com/ Edit this on Wikidata

पैरामाउंट पिक्चर्स की स्थापना 1912 में फ़ेमस प्लेयर्स फिल्म कंपनी के नाम से हुई थी, जिसके संस्थापक हंगरी में जन्म लेने वाले एडॉल्फ ज़कोर थे, जो शुरुआत में निकेलोडियन थियेटर में निवेश करते थे। उन्होंने देखा कि फिल्में मुख्य रूप से काम करने वाले वर्ग पर आधारित थीं, तो उन्होंने अपने सहयोगियों, डैनियल फ्रोमन और चार्ल्स फ्राहमैन के साथ मध्यम वर्ग के लोगों के लिए फिल्में बनाने का फैसला किया, जिसमें वे उस समय के नाटक में काम करने वाले कुछ बड़े कलाकारों को लिए। 1913 के मध्य तक उन्होंने अपनी पाँच फिल्में पूरी कर ली और सभी में उन्हें सफलता ही मिली।

 
पैरामाउंट के 75वीं वर्षगांठ के समय का चित्र, जिसका उपयोग कंपनी ने नए लोगो बनाने में किया था।

इसकी शुरुआत से ही विशिष्ट पिरामिड पैरामाउंट पहाड़ इस कंपनी का लोगो रहा है। ये बहुत ही पुराना हॉलीवुड फिल्म लोगो है। इस लोगो में कई वर्षों में कई सारे बदलाव भी हुए हैं।

  • इसकी शुरुआत एक चारकोल की तरह दिखने वाले पहाड़ से होती है, जिसके चारों ओर सितारे होते हैं। इसमें कुल चौबीस सितारे हैं, जो उस समय के सितारों के सम्मान में इसमें डाले गए थे। उस समय पैरामाउंट चौबीस सितारों के साथ अनुबंध किया था।
  • 1951 में लोगो को मैट पेंटिंग के रूप में जेन डोमेला ने बनाया था।
  • सबसे नया और असली दिखने वाला लोगो 1953 में बनाया गया, जब पैरामाउंट के फिल्म 3डी में भी बनने लगे थे। 1954 के शुरू से उसके मध्य तक इसमें और काम किया गया। इसमें 1974 को और बदलाव किया गया और चौबीस सितारों को कम कर के बाइस कर दिया गया। इसके अलावा पाठ का फॉन्ट भी बदल दिया गया।
  • सितम्बर 1975 को लोगो में नीला रंग का उपयोग कर के उसे थोड़ा सरल किया गया, ये डिज़ाइन 1968 के प्रिंट लोगो से लिया गया था, जो कई सदियों तक उपयोग किया जाता था।
  • स्टुडियो ने दिसम्बर 1986 पूरी तरह नया लोगो जारी किया, जिसमें कंप्यूटर द्वारा छवि बनाई गई थी। इसमें झील और सितारे मौजूद थे।

जो लोग पैरामाउंट में जाना चाहते हैं, वे लोग स्टुडियो की यात्रा कर सकते हैं। ये सुविधा सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध रहती है, लेकिन जाने से पहले यात्रा आरक्षित करनी पड़ती है। इसके लिए आप यात्रा के वेबसाइट में जा कर भी यात्रा आरक्षित कर सकते हैं। हर दिन की यात्रा दूसरे दिनों से अलग होती है, क्योंकि इसमें फिल्मों का निर्माण चलता रहता है और हर दिन अलग तरह का सेट देखने को मिलता है। सिर्फ कुछ जगहों के ही तस्वीर लेने की अनुमति होती है। आप तस्वीर ले सकते हैं या नहीं, इसके बारे में आपको आपका यात्रा मार्गदर्शन करने वाले बता देंगे। तस्वीर न लेने देने का कारण ज्यादातर कॉपीराइट कानून होता है। स्टुडियो में फिल्मों का निर्माण चलते रहता है और इस कारण कॉपीराइट से जुड़ी कोई समस्या न आए, इस कारण तस्वीरें लेने की इजाजद नहीं दी जाती है। बहुत से यात्रा में आपको उस फिल्म निर्माण से जुड़े उसके पीछे के दृश्य देखने का मौका मिलता है। इसके कई सारे इमारतों के नाम पैरामाउंट में वर्षों से काम करने वाले लोगों और कलाकारों के नाम पर होते हैं। कई सारे सितारों के तैयार होने वाले कमरों को कार्यालय बना दिया गया है। कई सारे पुराने फिल्मों को बनाने वाले मंच पर आज भी काम किया जाता है। यहाँ आने का सबसे अच्छा समय सप्ताह के अंत में होता है, क्योंकि कई सारी फिल्मों के निर्माण का काम इस समय बंद रहता है, जिससे आप ज्यादा से ज्यादा जगहों में घूम सकते हैं। इसमें एक वीआईपी यात्रा भी होता है, जो सामान्य यात्रा वाले से अधिक जगह घूमने देता है। इस यात्रा में आप स्टुडियो के भोजनालय में खाना भी खा सकते हैं। इस यात्रा में लगभग पाँच से छः घंटे का समय लगता है और ये केवल काम वाले दिनों में ही रहता है।[2]

1948 में संयुक्त राष्ट्र बनाम पैरामाउंट पिक्चर्स नाम से प्रसिद्ध एक मामले के कुछ सालों के बाद म्यूजिक कार्पोरेशन ऑफ अमेरिका (एमसीए) ने 1 दिसम्बर 1949 से पहले दिखाये सभी 750 फिल्मों के लिए $50 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का प्रस्ताव रखा। पैरामाउंट ने इसे एक सौदे के रूप लिया, क्योंकि उस समय पुराने फिल्मों का मूल्य काफी कम देखा था। एमसीए ने फिल्मों को बेचने के लिए ईएमकेए एलटीडी नाम से एक दिखावे की कंपनी बनाई जो टेलीविजन को फिल्में बेचती है। ईएमकेए के फिल्मों की सूची में पैरामाउंट मैक्स ब्रदर्स के पाँच फिल्में भी थीं। इन फिल्मों में शंघाई एक्सप्रेस, शेड डॉन हिम रोंग, सुलिवान ट्रेवल्स, द पाम बीच स्टोरी, डबल इमेडिमिटी, द लॉस्ट वीकेंड और द हेइरेस आदि थे।

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  2. "Paramount Pictures Studio Tour - Hollywood - Movie Studio Tours" (अंग्रेज़ी में). पैरामाउंट स्टुडियो. मूल से 30 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जून 2015.

बाहरी कड़ियाँ

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