पोलजी की डेरी विश्वविख्यात जैसलमेर से करीब 16 किमी. दूरी पर स्थित एक गांव है. कहा जाता है कि जैसलमेर के दरबार ने ही ब्राह्मणों के एक धड़े व्यास जाति के श्री गणेशदास जी व्यास गड़सी को पोलजी की उपाधि से अलंकृत किया था तथा सम्मान स्वरूप यह गांव भेंट किया था.