पोवार, यह क्षत्रिय समुदाय का नाम है जिसे पंवार या प्रमार भी कहा गया है । चार अग्निकुल या अग्नि जनित जातियों में से एक पोवार भी मानी जाती है। पंवार यह शब्द प्रमार शब्द का अपभ्रंश है। पोवार यह पौर का अपभ्रंश है ! यह पोवार या पंवार समुदाय मध्य भारत में पश्चिमी राजपुताना से स्थलांतरित होकर बालाघाट , सिवनी , गोंदिया , भंडारा इन जिलो में करीब ३०० साल से बसा हुआ है !

इस समुदाय की भाषा को पोवारी कहा जाता है ! [1]

==सन्दर्भ==
  1. Grierson, Sir George Abraham (1903). Linguistic Survey of India - Volume 6. Office of the Superintending of Government Printing India.