प्रकाशिक यंत्र
प्रकाशिक यंत्र (optical instrument) किसी प्रकाश तरंगों का प्रसंस्करण करते हैं ताकि किसी छवि की गुणवत्ता बढ़ायी जा सके या प्रकाश तरंगों (फोटॉन) का विश्लेषण करते हैं ताकि उस तरंग के बहुत से वैशिष्ट्यों में से किसी एक का मान निकाला जा सके।[1]
छवि सुधारक यन्त्र
संपादित करें- दूरदर्शी
- सूक्ष्मदर्शी
- द्विनेत्री दूरदर्शी (बाइनाक्यूलर)
- कैमरा
विश्लेषक यन्त्र
संपादित करें- व्यतिक्रममापी (Interferometer)
- प्रकाशमापी (Photometer) - प्रकाश की तीव्रता के मापन के लिए
- ध्रुवणमापी (Polarimeter)
- परावर्तनमापी (Reflectometer)
- अपवर्तनांकमापी (Refractometer)
- वर्णक्रममापी या स्पेक्ट्रोमीटर या मोनोक्रोमोमीटर
- स्वत:समांतरित्र (Autocollimator)
- वर्टोमीटर (Vertometer) - लेंसों की अपवर्तन शक्ति के मापन के लिए
सन्दर्भ
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- ↑ "अध्याय 9 - किरण प्रकाशिकी एवं प्रकाशिक यंत्र" (PDF). ncert.nic.in. अभिगमन तिथि 23 मई 2005.