रौशनी-से-तेज़ (अंग्रेज़ी: Faster-than-light) (या जिसे सुपरलुमिनल (अंग्रेज़ी: Sumerluminal) भी कहते हैं) संचार और यात्रा के उस प्रकार को कहते हैं जिसमें जानकारी या वस्तुओं का आदान-प्रदान रौशनी की गति से तेज़ होता है। सापेक्षता के खास सिद्धांत के अनुसार एक कण को रौशनी की गति प्राप्त करने के लिए बेहिसाब शक्ति की आवश्यकता होगी हालांकि यह सिद्धांत ऐसे कणों की मौजूदगी से इनकार नहीं करता जो रौशनी की गति से तेज़ यात्रा करने में सक्षम है।

कुछ भौतिकी वैज्ञानिक जिसे "कारगर" गति (रौशनी-से-तेज़) कहते हैं,[1] [2][3] इस परिकल्पना पर निर्भर करती है कि ब्रह्मांडीय समय के कुछ हिस्से किसी वस्तु को लंबी दुरी तक पहुँचने में रास्ता दे सकते हैं जहां रौशनी अपनी सामान्य गति से साधारण ब्रह्मांडीय समय में अधिक वक्त लेगी.

  1. Gonzalez-Diaz, P. F. (2000). "Warp drive space-time" (PDF). Physical Review D. 62 (4): 044005. arXiv:gr-qc/9907026. Bibcode:2000PhRvD..62d4005G. doi:10.1103/PhysRevD.62.044005. Archived from the original (PDF) on 14 जून 2007. Retrieved 28 मार्च 2012.
  2. Visser, M.; Bassett, B.; Liberati, S. (2000). "Superluminal censorship". Nuclear Physics B: Proceedings Supplement. 88: 267–270. arXiv:gr-qc/9810026. Bibcode:2000NuPhS..88..267V. doi:10.1016/S0920-5632(00)00782-9.
  3. Visser, M.; Bassett, B.; Liberati, S. (1999). "Perturbative superluminal censorship and the null energy condition". AIP Conference Proceedings. 493: 301–305. arXiv:gr-qc/9908023. doi:10.1063/1.1301601. ISBN 1-56396-905-X.