प्रचलित पवन
जो पवन वायुदाब के अक्षांशीय अन्तर के कारण वर्ष भर एक से दूसरे कटिबन्धकी ओर प्रवाहित होता रहता हैं उसे प्रचलित पवन या स्थायी पवन, निश्चित पवन, ग्रहीय पवन या सनातनी पवने भी भी कहा जाता हैं।
जो पवन वायुदाब के अक्षांशीय अन्तर के कारण वर्ष भर एक से दूसरे कटिबन्धकी ओर प्रवाहित होता रहता हैं उसे प्रचलित पवन या स्थायी पवन, निश्चित पवन, ग्रहीय पवन या सनातनी पवने भी भी कहा जाता हैं।