प्रतापगढ़ दुर्ग
प्रतापगड दुर्ग (या किला) महाराष्ट्र के सातारा जिले में सातारा शहर से २० कि॰मी॰ दूरी पर स्थित है। यह मराठा शासक छत्रपती शिवाजी महाराज के अधिकार में था। उन्होंने इस किले को नीरा और कोयना नदियों की ओर से सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से बनवाया था। १६५६ में किले का निर्माण पूर्ण हुआ था।[1] उसी वर्ष १० नवम्बर को इसी किले से शिवाजी और अफज़ल खान के बीच युद्ध हुआ था और इस युद्ध में शिवाजी को विजय प्राप्त हुई थी। इस जीत से मराठा साम्राज्य की हिम्मत को और बढ़ावा मिला था।
प्रतापगढ़ | |
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सातारा जिला, महाराष्ट्र, भारत | |
निर्देशांक | 17°56′10″N 73°34′39″E / 17.936224°N 73.577607°Eनिर्देशांक: 17°56′10″N 73°34′39″E / 17.936224°N 73.577607°E |
प्रकार | पर्वतीय दुर्ग |
स्थल जानकारी | |
स्वामित्व | उदयनराजे भोंसले |
नियंत्रक | मराठा साम्राज्य (1656-1818) ग्रेट ब्रिटेन
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जनप्रवेश | हाँ |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | १६५६ |
निर्माता | शिवाजी |
युद्ध/संग्राम | प्रतापगड का युद्ध |
दुर्ग समुद्री तल से १००० मीटर ऊंचाई पर स्थित है। किले में मां भवानी और शिव जी का मंदिर हैं।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "प्रतापगढ़ किला, महाबलेश्वर". नेटिव प्लानेट. मूल से 20 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित.
- ↑ "प्रतापगढ़ किला". बुकस्ट्रक. मूल से 20 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित.