मनोविज्ञान के सन्दर्भ में, दूसरों के शब्दों या वाक्यों को अकारण, अनैच्छिक और निरर्थक ही दुहराना प्रतिजल्पता ( Echolalia / इकोलेलिया) कहलाता है। इसे हिन्दी में 'शब्दानुकरण' भी कहते हैं।