प्रफुल्ला सामंतारा
प्रफुल्ला सामंतारा (जन्म 1952) ओडिशा के एक भारतीय पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। [1]
प्रफुल्ला सामंतारा | |
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जन्म |
1952 (आयु 71–72) ओडिशा, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | कानून और अर्थशास्त्र |
प्रसिद्धि का कारण | जमीनी स्तर का पर्यावरणवाद |
पुरस्कार | गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार (2017) |
वह नियमगिरि पहाड़ी क्षेत्र में बॉक्साइट खनन की योजनाओं के विरोध में डंगरिया कांधा के स्वदेशी लोगों के प्रवक्ता रहे हैं। 2013 के सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने खनन योजनाओं को रोक दिया था। सामंतारा को 2017 में गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। [2]
ग्रन्थसूची
संपादित करें- प्रफुल्ल सामन्तरा (1 जनवरी 2005), Bajarikarana Jalaru Jalamukti Abhijan, Lok Shakti Abhiyan, Wikidata Q107562430
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Prafulla Samantra: Indian environmental activist". geographical.co.uk. मूल से 5 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 October 2019.
- ↑ "Prafulla Samantara. 2017 Goldman Prize Recipient Asia". goldmanprize.org. अभिगमन तिथि 10 October 2019.