श्री प्रबोधानन्द सरस्वती वास्तव मै सरस्वती के ही अवतार थे बुद्धि मै। ये बगाल के रहने वाले थे। श्री वृंदावन आकर ये श्री हित महाप्रभु के शिस्य हुये।