प्रभास
सूर्यनारायण वैंकट प्रभास राजु उप्पलपाटि (जन्म :२३ अक्टूबर १९७९) अथवा प्रभास एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं, जो मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा में कार्य करते हैं। प्रभास भारतीय फिल्म जगत के सबसे प्रसिद्ध और सफल अभिनेताओं में से एक है। [1][2]
प्रभास | |
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![]() प्रभास मुम्बई में फिल्म फेस्टिवल के दौरान (2015) | |
जन्म |
प्रभास राजु उप्पलपाटि 23 अक्टूबर १९७९ आंध्र प्रदेश, भारत |
आवास | हैदराबाद, तेलंगाना, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेता |
कार्यकाल | २००२ - वर्तमान |
संबंधी | कृष्णम् राजू उप्पालापाटि |
वेबसाइट आधिकारिक जालस्थल |
ये सुपरस्टार प्रभास के नाम से प्रसिद्ध हैं। प्रभास की फ़िल्म बाहुबली 2 फ़िल्म भारतीय सिनेमा की इतिहास में सबसे महंगी फ़िल्मों में से एक है तथा भारतीय फिल्म इतिहास कि आज तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली फ़िल्म है । प्रभास भारतीय सिनेमा के इतिहास के सबसे सफल अभिनेताओं में एक हैं , तथा सर्वाधिक फीस लेने वाले अभिनेता है। प्रभास को पूरी दुनिया में अपने अद्भुत अभिनय तथा गज़ब कि ऐक्टिंग स्टाइल के लिए जाना जाता है । प्रभास अपने हर किरदार को मजबूती के साथ निभाते हैं तथा हर रोल में खुद को प्राकृतिक रूप से ढालकर अपने अभिनय से सबको हर बार आश्चर्य चकित कर देते हैं ।
प्रभास ने ड्रामा ईश्वर (२००२) से अपने अभिनय की शुरुआत की, और बाद में एक्शन रोमांस वर्षम (२००४) से अपनी सफलता हासिल की। उन्होंने छत्रपति (२००५), बुज्जिगाडु (२००८), बिल्ला (२००९), डार्लिंग (२०१०), मिस्टर परफेक्ट (२०११) और मिर्ची (२०१३) जैसी अन्य व्यावसायिक रूप से सफल फिल्मों में अभिनय किया, जिसमें से आखिरी में उनके प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का नंदी पुरस्कार जीता।
इसके बाद प्रभास ने ब्लॉकबस्टर महाकाव्य एक्शन डुओलॉजी बाहुबली: द बिगिनिंग (2015) और इसके सीक्वल बाहुबली 2: द कन्क्लूजन (2017) में दोहरी भूमिका निभाई , बाहुबली उस समय की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई ! प्रभास पहले अखिल भारतीय स्टार बन गए और फिल्मों में अपने प्रदर्शन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान अर्जित की। उन्होंने तब से एक्शन थ्रिलर साहो (2019), एक्शन ड्रामा सालार: भाग 1 - सीजफायर (2023), और साइंस फिक्शन फिल्म कल्कि 2898 ईस्वी (2024) में अभिनय किया है, यह सभी फिल्म सफल रही और सभी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्मों में शुमार हैं ।
प्रभास एकमात्र भारतीय अभिनेता हैं जिनकी छह फिल्मों ने दुनिया भर में ₹ १०० करोड़ से अधिक की कमाई की है। वह एकमात्र दक्षिण भारतीय अभिनेता भी हैं जिनकी छह फिल्मों ने हिंदी बाज़ार में ₹ १०० करोड़ का शुद्ध आंकड़ा पार किया है। इसके अलावा, प्रभास पहले भारतीय अभिनेता हैं जिनकी फिल्म ने दुनिया भर में ₹ १००० करोड़ से अधिक की कमाई की है। इसके अतिरिक्त, वह मैडम तुसाद संग्रहालय में मोम की मूर्ति प्राप्त करने वाले पहले दक्षिण भारतीय अभिनेता हैं ।
प्रभास को दुनियाभर के २१वी सदी के सबसे महान तथा काबिल और प्रतिभावान एक्टर्स में से एक माना जाता है , जो हर किरदार में अपने मजबूत अभिनय से अपनी एक अलग पहचान छोड़ जाते हैं । सुपरस्टार प्रभास को सात फिल्मफेयर पुरस्कार (दक्षिण) का नामांकन (नॉमिनेशन) प्राप्त हुआ है और वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राज्य नंदी पुरस्कार तथा सि.मा. पुरस्कार (SIIMA) के प्राप्तकर्ता हैं ।
प्रभास की Bollywood में एंट्री
संपादित करेंप्रभास ने Bollywood में अपनी एंट्री के साथ एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया। उनकी पहली हिंदी फिल्म से उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी जगह बनाई। उन्होंने दर्शकों के दिलों में भी एक विशेष स्थान बनाया। प्रभास की पहली हिंदी फिल्म "साहो" थी। यह फिल्म उन्हें भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख चेहरे के रूप में प्रस्तुत की। इसने उन्हें हिंदी फिल्म उद्योग में पहचान दिलाई। प्रभास ने हिंदी फिल्म में अपनी क्षमता दिखाई। उनके प्रशंसकों की संख्या बढ़ गई। उनकी पहली हिंदी फिल्म प्रभास ने हिंदी दर्शकों को प्रभावित किया। यह फिल्म उनकी अभिनय क्षमता और शैली को दिखाई। इस फिल्म से, प्रभास ने साबित कर दिया कि वे किसी भी भाषा में अभिनय कर सकते हैं। उनकी प्रभास बॉलीवुड एंट्री एक नई ऊँचाई पर पहुँची।[3]
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंप्रभास का जन्म फिल्म निर्माता यू. सूर्यनारायण राजू उप्पालापाटि और उनकी पत्नी शिवकुमारी के घर हुआ था। यह एक ठाकुर परिवार से हैं , वह तीनों बच्चों में सबसे छोटे है, उनके एक बड़े भाई प्रमोद उप्पालापाटि और बहन प्रगती है। उनके चाचा, तेलुगु अभिनेता कृष्णम राजू उप्पालापाटि हैं। उनका परिवार आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के भीमावरम के पास मोगलथुर का रहने वाला है । उन्होंने अपनी इंटर की शिक्षा नालंदा कॉलेज, हैदराबाद से पूरी की । वे सत्यानंद फिल्म संस्थान, विशाखापत्तनम के पूर्व छात्र हैं ।
प्रभास ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई श्री चैतन्य कॉलेज हैदराबाद से पूरी की ।
प्रभास एक बिज़नेसमैन बनना चाहते थे । वह खान-पान के काफी शौकीन और जानकार होने के कारण होटल और रेस्टोरेंट का बिजनेस करना चाहते थे । परंतु बाद में उनकी रूची फिल्मों में बढ़ गई और उन्होंने ऐक्टिंग करने का निर्णय लिया ।
फिल्मी सफर
संपादित करेंसुपरस्टार प्रभास के करियर की ज्यादातर फिल्में व्यावसायिक रूप से बहुत सफल साबित हुई हैं , तथा प्रभास की ज्यादातर फिल्मों को विशेषज्ञों ने भी प्रशंसित किया है , विशेष तौर पर प्रभास के प्रदर्शन और अभिनय की दुनियाभर के विशेषज्ञों ने अत्यन्त प्रशंसा किया है ।
प्रभास ने २००२ में ईश्वर के साथ अपना फिल्म कैरियर शुरू किया था। २००३ में, वह राघवेन्द्र में अग्रणी भूमिका में थे। २००४ में, वे वर्धन में दिखाई दिए उन्होंने अपने कैरियर को एडवी रामुडू और चक्रम के साथ जारी रखा। २००५ में उन्होंने एस। एस। राजामौली द्वारा निर्देशित फिल्म छत्रपति में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने गुंडों द्वारा शोषित एक शरणार्थी की भूमिका निभाई। ये ५४ सिनेमाघरों में १०० दिन तक चली थी। बाद में उन्होंने पौरनामी, योगी और मुन्ना में अभिनय किया, २००७ में एक्शन-ड्रामा फिल्म आ गई, इसके बाद २००८में एक्शन कॉमेडी बुजजीगाडू में अभिनय किया। २००९ में उनकी दो फिल्मों बिल्ला और एक निरंजन थे। इंडिआग्लिट्ज़ ने स्टाइलिश और नेत्रहीन अमीर बुला बुलाया। २०१० में वह रोमांटिक कॉमेडी डार्लिंग में और २०११ में, श्री परफेक्ट, एक और रोमांटिक कॉमेडी में दिखाई दिया। २०१२ में, प्रभास ने रिबेल में अभिनय किया, राघव लॉरेंस द्वारा निर्देशित एक्शन फिल्म उनकी अगली फिल्म मिरची थी उन्होंने फिल्म डेनिकाइना रेडी के लिए एक छोटे से कैमियो के लिए आवाज गाई। २०१५ में वह एस.एस. राजमौली के महाकाव्य बाहुबली: द बिगिनिंग में शिवुडु / महेन्द्र बाहुबली और अमरेन्द्र बाहुबली के रूप में दिखाई दिए। यह फिल्म दुनिया भर में तीसरी सबसे बड़ी कमाई करने वाली फिल्म बन गई है और दुनिया भर में आलोचकों और व्यावसायिक प्रशंसा की गई है। बाहुबली की अगली कड़ी: बाहुबली: द कन्क्लूजन २८ अप्रैल २०१७ को दुनिया भर में जारी की गई। बाहुबली २ की सफलता के बाद प्रभास के घर शादी के रिश्ते के लिए देश विदेश से कुल ६००० रिश्ते आए। बाहुबली २ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे श्रेष्ट फिल्म साबित हुई। बाहुबली के पात्र को न्याय देने के लिए प्रभास ने ५ साल तक एक भी फिल्म साईन नहीं की। प्रभास बाहुबली और विजय (अभिनेता) पुली ऐसी फिल्में हैं जिन्होंने विदेशों में सफलता के बाद मानक को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया है।[4]
फ़िल्में
संपादित करें(■) फ़िल्में जो अभी तक प्रदर्शित नहीं हुई है |
क्रमांक | साल | शीर्षक | भूमिका | भाषा | टिप्पणियों |
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1 | २००२ | 'ईस्वर | ईश्वर | तेलुगु | प्रथम प्रवेश
(बाॅक्स औफिस पर औसत ) |
2 | २००३ | राघवेन्द्र | राघवेन्द्र | तेलुगु | (औसत) |
3 | २००४ | वर्षमः | वेंकट | तेलुगु | ब्लॉकबस्टर |
4 | २००४ | अडवि रामुडु | रामुडु | तेलुगु | फ्लाॅप |
5 | २००५ | चक्र | चक्र | तेलुगु | फ्लाॅप |
6 | २००५ | छत्रपति (2005) | शिव / छत्रपति | तेलुगु | ब्लॉकबस्टर |
7 | २००६ | पौर्णमी | शिव केशव | तेलुगु | फ्लाॅप |
8 | २००७ | योगी (2007) | ईश्वर प्रसाद / योगी | तेलुगु | (सुपरहिट) |
9 | २००७ | मुन्ना | मुन्ना | तेलुगु | (औसत) |
10 | २००८ | बुज्जीगाडू | बुज्जी / लिंग राजू / रजनीकांत | तेलुगु | (औसत) |
1 1 | २००९ | बिल्ला | बिल्ला / रंगा | तेलुगु | ( हिट ) |
12 | २००९ | एक निरंजन | छोटू | तेलुगु | (औसत) |
13 | २०१० | डार्लिंग (प्रिय) | प्रभास / प्रभा | तेलुगु | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (जूरी) के लिए सिनेमैरा पुरस्कार
(ब्लॉकबस्टर) |
14 | २०११ | (मिस्टर
परफेक्ट) श्रीमान आदर्श |
विक्की | तेलुगु | (ऑल टाइम
ब्लॉकबस्टर) |
15 | २०१२ | बागी | ऋषि | तेलुगु | फ्लाॅप |
- | २०१२ | देनिकैना रेडि | कथावाचक
*कैमियो* |
तेलुगु | गाने में विशेष उपस्थिति |
16 | २०१३ | मिर्चि (2013) | जय | तेलुगु | सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नंदी पुरस्कार
(ब्लॉकबस्टर) |
- | २०१४ | एक्शन जैक्सन | खुद
*कैमियो* |
हिंदी | "पंजाबी मस्त" गाने में विशेष उपस्थिति |
17 | २०१५ | बाहुबली: द बिगनिंग (2015) | महेन्द्र बाहुबली / शिवुडु / अमरेन्द्र बाहुबली | तेलुगु / तमिल / हिन्दी / मलयालम | (ऑल टाइम
ब्लॉकबस्टर) |
18 | २०१७ | बाहुबली: द कॉन्क्लूज़न (2017) | तेलुगु / तमिल / हिन्दी / मलयालम | (ऑल टाइम
ब्लॉकबस्टर) | |
19 | २०१९ | साहो | सिद्धार्थ नंदन साहो | तेलुगु / तमिल / हिंदी | ( हिट ) |
20 | २०२२ | राधे श्याम | विक्रम आदित्या | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/ |
( औसत ) |
21 | २०२३ | आदिपुरुष | राघव / श्री राम | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/कन्नड़ा |
फ्लाॅप |
22 | २०२३ | सालार ( भाग 1 - सीजफायर) | सालार / देवा | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/कन्नड़ा |
(ब्लॉकबस्टर) |
23 | २०२४ | कल्कि 2898 एडी | कर्ण / भैरवा | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/कन्नड़ा |
(ऑल टाइम
ब्लॉकबस्टर) |
24 | --- | स्पिरिट■ | --- | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/कन्नड़ा |
|
25 | २०२५ | राजासाब ■ | --- | तेलुगु / तमिल / हिंदी/
मलयालम/कन्नड़ा |
बैंकॉक मैडम तुसाद म्यूजियम
संपादित करेंबैंकॉक स्थित प्रतिष्ठित मैडम तुसाद म्यूजियम में 'बाहुबली' प्रभास का मोम का पुतला लगाया गया है। प्रभास दक्षिण भारत के ऐसे पहले सुपरस्टार हैं, जिनका मोम का पुतला दुनिया के इस प्रसिद्ध म्यूजियम में लगा है। [5]
सन्दर्भ
संपादित करेंप्रभास के बारे मे अधिक जानने के लिए ( कॅरिअर, नेटवर्थ, परिवार और अन्य चीज़े) Archived 2023-06-16 at the वेबैक मशीन
- ↑ प्रभास फिल्मी अफेयर
- ↑ "प्रभास का जीवन परिचय". मूल से से 11 जुलाई 2015 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 11 जुलाई 2015.
- ↑ Ali, Chand. "Prabhas: A Detailed Biography of His Rise to Pan-Indian Stardom". GB WHATSAPP APK (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 2025-02-01.
- ↑ "'Baahubali', 'Puli' effect: IIFA to celebrate South Cinema". IBTimes (अंग्रेज़ी भाषा में). 14 October 2015. अभिगमन तिथि: 24 November 2020.
- ↑ "बैंकॉक के मैडम तुसाद संग्रहालय में प्रभास का मोम का पुतला". मूल से से 3 मई 2017 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 3 मई 2017.
यह भी देखें
संपादित करें• प्रभास के बारे मे अधिक जानने के लिए ( कॅरिअर, नेटवर्थ, परिवार और अन्य चीज़े) Archived 2023-06-16 at the वेबैक मशीन