प्रमाणवार्तिक
प्रमाणवार्त्तिक (तिब्बती: tshad ma rnam 'grel), धर्मकीर्ति द्वारा रचित प्रसिद्ध न्यायशास्त्रीय ग्रन्थ है। इसमें चार परिच्छेद हैं-
- स्वार्थानुमान
- प्रामाण्यवाद
- प्रत्यक्ष
- परार्थानुमान
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- प्रमाणवार्तिक (संस्कृत विकिस्रोत)
- प्रमाणवार्तिक
- प्रमाणवार्तिक द्वितीय प्रकरण (अंग्रेजी अनुवाद)
- प्रमाणवार्त्तिक (सम्पादक -रामचन्द्र पाण्डेय)