किसी वैज्ञानिक जिज्ञासा (scientific inquiry) के समाधान के लिये उससे सम्बन्धित क्षेत्र में और अधिक आंकड़े (data) एकत्र करने की आवश्यकता होती है। इन आंकड़ों की प्राप्ति के लिये जो कुछ किया जाता है उसे प्रयोग (experiment) कहते हैं। प्रयोग, वैज्ञानिक विधि का प्रमुख स्तम्भ है। प्रयोग करना एवं आंकड़े प्राप्त करना इसलिये भी जरूरी है ताकि सिद्धान्त के प्रतिपादन में कहीं पूर्वाग्रह या पक्षपात आड़े न आ जाएँ ।

बेंजामिन फ्रैंकलिन का तड़ित सम्बन्धी प्रयोग

किसी क्षेत्र के गहन अध्ययन एवं ज्ञान के लिये प्रयोग का बहुत महत्त्व है। प्राकृतिक एवं सामाजिक दोनो ही विज्ञानों में प्रयोग की महती भूमिका है। व्यावहारिक समस्याओं के समाधान में, कम ज्ञात क्षेत्रों के और अधिक जानकारी प्राप्ति के लिये तथा सैद्धान्तिक मान्यताओं (theoretical assumptions) की जाँच के लिये प्रयोग करने की जरूरत पड़ती रहती है।

कुछ प्रयोग इसलिये नहीं किये जा सकते, क्योंकि वे बहुत महँगे हो सकते हैं, बहुत भयंकर हो सकते हैं या उन्हें करना नैतिक दृष्टि से मान्य नहीं है।

प्रयोग के उद्देश्य

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  • किसी क्षेत्र विशेष के बारे में और अधिक जानकारी या आंकड़े एकत्र करना
  • किसी परिकल्पना (हाइपोथेसिस्) को गलत सिद्ध करना
  • किसी घटना की व्याख्या करने के लिये
  • किसी घटना के सम्बन्ध में कारण एवं प्रभाव (कॉज एण्ड इफेक्ट्) बताने के लिये

कुछ प्रसिद्ध प्रयोग

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  • गलिलिओ द्वारा स्वतन्त्र रूप से गिरने (फ्री फाल) का प्रयोग
  • ऑटो वान गैरिक द्वारा दो अर्ध-गोले जोडकर उसमें निर्वात करके घोड़ों से खींचकर अर्धगोलों को अलग करने की कोशिश (१६६३)
  • एलेक्ट्रान के आवेश के सूक्ष्मतम आवेश होने की बात प्रतिपादित करने वाला प्रयोग (मिलिकॉन द्वारा)
  • माइकल फैराडे द्वारा विद्युत एवं चुम्बकत्व के बहुत से प्रयोग
  • प्रकाश के वेग का स्वतन्त्र होना सिद्ध करने वाला माइकेल्सन-मोर्ले प्रयोग
  • ग्रेगर मेंडेल द्वारा मटर पर संकरण (क्रॉस पॉलीनेशन) का प्रयोग

प्रयोग के बारे में सुभाषित

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"We have to learn again that science without contact with experiments is an enterprise which is likely to go completely astray into imaginary conjecture." — Hannes Alfven
"Today's scientists have substituted mathematics for experiments, and they wander off through equation after equation, and eventually build a structure which has no relation to reality." — Nikola Tesla

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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