प्रवेशद्वार:स्वास्थ और आयुर्विज्ञान/चयनित जीवनी/2
कार्ल लीनियस या कार्ल वॉन लिने एक स्वीडिश वनस्पतिशास्त्री, चिकित्सक और जीव विज्ञानी थे, जिन्होने द्विपद नामकरण की नींव रखी थी। इन्हें आधुनिक वर्गिकी का जनक कहते हैं। इनका जन्म दक्षिण स्वीडन के ग्रामीण इलाके स्मालैंड में हुआ था। लीनियस ने उप्साला विश्वविद्यालय से अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण की थी और १७३० में वहाँ पर वनस्पति विज्ञान के व्याख्याता हो गए। फिर ये स्वीडन आये और उप्साला में प्रोफेसर बन गये। १७४० के दशक मे इन्हें जीवों और पादपों की खोज और वर्गीकरण के लिए कई यात्राओं पर भेजा गया। १७५० और १७६० के दशकों में, उन्होने जीवों और पादपों और खनिजों की खोज व वर्गीकरण का काम जारी रखा और इस संबंध मे कई पुस्तके भी प्रकाशित कीं। अपनी मृत्यु के समय लीनियस यूरोप के सबसे प्रशंसित वैज्ञानिकों मे से एक थे। विस्तार में...