प्रांजल यादव (जन्म ७ फ़रवरी १९८०), उत्तर प्रदेश कैडर के २००६ बैच के आईएएस अधिकारी हैं । उन्हें एक लोकप्रिय व साफ़ सुथरी छवि वाले अधिकारी के रूप में पहचाना जाता है[1][2]

प्रांजल यादव
जन्म कानपुर, उत्तर प्रदेश , भारत
शिक्षा B.Tech. degree in Mechanical Engineering
शिक्षा की जगह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान
पेशा Special Secretary, National Integration Department, Govt. of U.P. Special Secretary, Medical, Health & Family Welfare Deptt. + Additional Mission Director, NHM, UP LUCKNOW
कार्यकाल २००६–वर्तमान
संगठन भारत सरकार

शिक्षा और पेशा

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२००६ में IAS बनने से पहले उन्होंने IIT-Roorkey से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में B.Tech पूरा किया। जून २००७ में, उन्होंने इलाहाबाद जिले में एक सहायक कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया और फिर संयुक्त कलेक्टर के रूप में सिद्धार्थ नगर सब-डिवीजन के पास चले गए। उन्होंने २०१३ में काशी जिलों की कमान संभालने से पहले महाराजगंज और आजमगढ़ जिलों में कलेक्टर के रूप में कार्य किया। वह वाराणसी ज़िले की जिम्मेदारी संभालने से पहले आज़मगढ़ के डीएम थे । यादव को काशी में ३ फरवरी २०१३ को नियुक्त किया गया था। यादव ने अतिक्रमण को बहुत सख्ती से संभाला। यादव को वाराणसी में बेहतर सड़कों का श्रेय दिया जाता है।[3]. यादव ने शहर के प्रमुख यातायात जाम से निपटने का बेहतर काम किया। उन्होंने सड़कों को चौड़ा करने और सुंदर बनाने का काम किया है और इससे ट्रैफिक जाम से बहुत हद तक राहत मिली है। उन्होंने सड़कों पर अवैध व्यवसाय के खिलाफ काम किया है, जिसके लिए उन्हें वाराणसी में बहुत प्रशंसा मिली है।[4].

  1. "नरेंद्र मोदी की रैली को इजाजत न देने के बाद भी बनारस के चहेते हैं प्रांजल यादव". वन इंडिया. मूल से 14 जून 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.
  2. "'Tough' Varanasi DM in his toughest job". द इंडियन एक्सप्रेस. मूल से 8 जून 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 जून 2020.
  3. "वाराणसी में पॉप्युलर हैं प्रांजल यादव". नवभारत टाइम्स. मूल से 1 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.
  4. "वाराणसी के लोगों के चहेते हैं जिलाधिकारी प्रांजल यादव". एनडीटीवी इंडिया. मूल से 14 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जून 2020.