प्रायोगिक भाषाविज्ञान या संकेतप्रयोगविज्ञान (Pragmatics), भाषाविज्ञान का एक उपक्षेत्र है जिसमें इस बात का अध्यन किया जाता है कि प्रसंग (context) के अनुसार अर्थ कैसे बदलते हैं।