फर्डिनैंड जूलियस कोह्न (24 जनवरी 182825 जून 1898) एक जर्मन वैवविज्ञानिक थे।

फर्डिनैंड जूलियस कोह्न

कोह्न का जन्म ब्रेस्लैउ, रॉकैओ, प्रशिया राज्य में हुआ था। दस वर्ष की आयु में ही उन्हें सुनने की शक्ति कम हो गयी। इन्होंने जीव विज्ञान में स्नातक 1847 में की, जो उन्नीस वर्ष मात्र में लिया था। कोह्न ने प्रथम बार जीवाणुओं को पादप श्रेणी में वर्गीकृत किया था। इन्होंने जीवाणिओं को चार वर्गों में विभाजित किया: स्फायरोबैक्टीरिया, माइक्रोबैक्टीरिया, डैस्मोबैक्टीरिया, एवं स्पायरोबैक्टीरिया. सन 1885 में, इन्हें ल्यूवेनहॉक मैडल से सम्मानित किया गया।


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