९ अगस्त २०१४ को अमरीका के मिज़ूरी प्रांत के फ़र्गसन में 18 वर्षीय अश्वेत माइकल ब्राउन पर एक श्वेत पुलिस अधिकारी डैरन विल्सन ने गोलियाँ चलाई थीं। जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। वहाँ की ग्रैंड ज्यूरी ने दोषी श्वेत अफ़सर के ख़िलाफ़ मुकदमा न चलाने का फ़ैसला किया था। इससे अमरीका के अश्वेत में अन्यायपूर्ण बरताव की भावना फैली थी।

फ़र्गसन कांड
Police officers using tear gas on rioters
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विरोध प्रदर्शन

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इस मामले के विरोध में न्यूयार्क से लेकर सिएटल तक ये विरोध प्रदर्शन हुए जो शांतिपूर्ण रहे। लेकिन ऑकलैंड और कैलीफ़ोर्निया में विरोध प्रदर्शन ने दंगे का रूप ले लिया था। ऑकलैंड से 43 लोगों को और फ़र्गसन से 44 युवकों को गिरफ़्तार किया गया है। स्थिति को रोकने के लिए नेशनल गार्ड के 2200 जवानों को तैनात किया गया है। [1]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 29 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 दिसंबर 2014.