फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार

फिल्मफेयर पुरस्कार अंग्रेजी की फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा हिन्दी फिल्म के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किये जाते हैं। इस पुरस्कार वितरण का समारोह भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे पुरानी और प्रमुख घटनाओं में से एक रही है। इसकी शुरुआत सबसे पहले 1954 में हुई जब राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की भी स्थापना हुई थी। पुरस्कार जनता के मत एवं ज्यूरी के सदस्यों के मत -- दोनों के आधार पर दिये जाते हैं। अभी हाल ही में 2019 के 64वें फिल्म फेयर अवार्ड वितरित किये गए हैं।

फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
59वे फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार

पुरस्कार जीतने वालो को दी जाने वाली ट्रॉफ़ी
वर्णन सिनेमाई उपलब्धियों में उत्कृष्टता
देश भारत
प्रथम सम्मानित 1954
जालस्थल Filmfare

इसकी शुरुआत फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका में लोकप्रिय अभिनेता एवं अभिनेत्रियों पर कराये गये पाठकों के मतदान द्वारा 1953 में हुई थी जब लगभग 20,000 पाठकों ने इसमें हिस्सा लिया था। 21 मार्च 1954 को होने वाले पहले पुरस्कार समारोह में सिर्फ पाँच पुरस्कार रखे गये थे जिसमें दो बीघा ज़मीन को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए बिमल राय (दो बीघा ज़मीन), सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए दिलीप कुमार (दाग), सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए मीना कुमारी (बैजू बावरा), एवं इसी फिल्म में सर्वश्रेष्ठ संगीत के लिए नौशाद को पुरस्कार दिए गये थे।

पुरस्कार

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अब पुरस्कारों की संख्या बढकर 31 हो गयी है। इसके अलावा "क्रिटिक्स अवार्ड" भी दिये जाते हैं जिसके फैसले में दर्शक शामिल नहीं होते हैं बल्कि फिल्मों के श्रेष्ठ आलोचक इसके निर्णायक होते हैं।

लोकप्रिय पुरस्कार एवं विजेता

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65वां फ़िल्मफ़ेअर पुरस्कार की सूची ( 2020 )

गलीबॉय

ज़ोया अख्तर

रणबीर सिंह

आलिया भट्ट

सिद्धांत चतुर्वेदी

अमृता सुभाष

अभिमन्यु दसानी

अनन्या पांडेय

अरिजीत सिंह

शिल्पा राव

विजय मौर्य

जय ओज़ा

गौरव सोलंकी

शिवकुमार

विश्वदीप चटर्जी

आलोचक (क्रिटीक) पुरस्कार

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विशेष पुरस्कार

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तकनीकी पुरस्कार

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रोचक तथ्य

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  • इस पुरस्कार समारोह का आरंभिक नाम द क्लेयर्स था जो फिल्मों के आलोचक क्लेयर मेंदिनोचा के नाम पर आधारित था।

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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