फालेरिया बोरोखोफा
ईमान फालेरिया बोरोखोफा (जन्म: 14 मई, 1940 - 2019; अरबी: فاليريا بوروخوفا) रूसी अनुवादक[1]और दुभाषिया थीं । इंग्लिश से रशियन में अनुवाद में माहिर थीं। क़ुरआन का रशियन भाषा में अनुवाद किया था।
परिचय
संपादित करेंईसाई धर्म से इस्लाम धर्म अपनाया। "ईमान" नाम को अपने प्रथम नाम के रूप में जोड़ा।
मुहम्मद सईद अल-रशद से विवाह किया।
1981 में अपने पति और धार्मिक विद्वानों के एक समूह की मदद से दमिश्क की यात्रा की।
1991 में क़ुरआन का अनुवाद रशियन भाषा में पूरा किया। जिसे रूस और मध्य एशिया के अनुमोदन के साथ अल-अजहर की 1997 में समीक्षा के बाद प्रकाशित किया गया था। इस अनुवाद को बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में रूसी भाषा में लिखा गया सबसे महत्वपूर्ण भी माना जाता है।
पुरस्कार और उपाधियाँ
संपादित करेंइतिहास में वह एक विदेशी भाषा में डिप्लोमा करने वाली पहली महिला थी।
ईमान फालेरिया बोरोखोफा को रूसी लेखक संघ की सदस्यता और रूस और इस्लामिक सेंट्रल एशियाई देशों में कई साहित्यिक और वैज्ञानिक अकादमियों की सदस्यता दी गई।
रूस में यूरोपीय क्षेत्र के मुस्लिमों के धार्मिक प्रशासन से "धार्मिक एकता के लिए" पदक जीता।
6 नवंबर, 2003 - इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति , मोहम्मद खातमी ने मुस्लिम दुनिया में "पवित्र कुरआन के सेवक" के महत्वपूर्ण पुरस्कार से सम्मानित किया।
ईमान फालेरिया बोरोखोफा को बिजनेस ऑनलाइन " के ऑनलाइन संस्करण के "रूस के शीर्ष 100 प्रभावशाली मुसलमानों" में 60 वां स्थान हासिल किया ।
मृत्यु
संपादित करेंइमान फालेरिया बोरोखोफा का निधन 79 वर्ष की उम्र में 2 सितंबर, 2019 को सोमवार को मास्को में निधन हुआ। मास्को में खोवैंस्की कब्रिस्तान में दफ़न की गयी।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंईमान फालेरिया बोरोखोफा के काम पर आधारित वेबसाइट иман-валерия-порохова.рф
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Well-known exegete of Koran Prokhorova passed away in Moscow". Cite journal requires
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(मदद)