फीता कृमि एक अमेरूदण्डी परजीवी है। यह रीढ़धारी प्राणियों जैसे मानव के शरीर में अंतःपरजीवी के रूप में निवास करता है। इसकी कुछ प्रजातियाँ १०० फिट (३० मीटर) तक बढ़ सकती हैं। इसका शरीर फीता की तरह लम्बा और अनेक खण्डों में बँटा होता है। शरीर के प्रत्येक खण्ड को प्रोग्लोटिड कहते हैं। प्रत्येक प्रोग्लोटिड में नर एवं मादा अंग होता है।इनका शरीर देहगुहाहिन होता है तथा इनमें द्विपार्श्व सममिती पाई जाती है। फीता कर्मी इंसान के अंदर सूअर का मीट खाने से हो सकता है यदि इंसान सूअर के मीट को कम पकाकर खाता है तो उसके द्वारा इंसान के शरीर में फीता कर्मी की उत्पत्ति हो सकती है।

चित्र:Tenia solium scolex.jpg
फीता कृमि का अग्र भाग